भिलाई के छावनी थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराना मछली मार्केट कैंप 2 में एक 4 बच्चों की मां ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली

Chhattisgarh Crimesभिलाई के छावनी थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराना मछली मार्केट कैंप 2 में एक 4 बच्चों की मां ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजनों ने आने से उसका शव 3 दिन से मरचुरी में रखा था। गुरुवार को परिजन भिलाई पहुंचे और उसके बाद उसका पीएम किया गया। लड़की की मां ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी की हत्या की गई है।

17 मार्च की रात कैंप 2 पुराना मछली मार्केट निवासी अविनाश की पत्नी किरण ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। लड़की बिहार की रहने वाली थी और अविनाश से उसकी शादी साल 2016 में हुई थी। पिछले 7 सालों से दोनें के बीच अच्छे संबंध रहे। दोनो को चार बच्चे हुए, लेकिन पिछले एक साल से पति पत्नी में पट नहीं रही थी।

किरण की मां ने बताया कि उसका दामाद अविनाश आदतन शराबी था। आए दिन शराब पीकर घर आता और उसकी बेटी से मारपीट करता था। बेटी अपने माता पिता से बात करती तो बात भी नहीं करने देता था। मोबाइल छीनकर रख लेता था। मोबाइल का रिचार्ज नहीं करवाता था। इससे तंग आकर उसने 17 मार्च 2025 की रात अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।मामले की जानकारी मिलते ही छावनी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की टीम ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया और उसके बाद बॉडी को पीएम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला भेजा गया। गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया।

खुदकुशी से पहले भी बुरी तरह मारा पीटा

किरण की मां ने बताया कि लगभग 6 महीने पहले भी अविनाश ने शराब के नशे में किरण से मारपीट की थी। उसने उसे बाल पकड़कर घसीटते हुए इतना मारा था कि उसके कपड़े तक फट गए थे। किरण ने किसी तरह जान की परवाह ना करते हुए पुलिस से शिकायत की, लेकिन बाद मामला शांत हो गया।

पति ने कहा अपने आप करने लगी झगड़ा

इस बारे में अविनाश का कहना है कि घटना की शाम वो अपने घर पहुंचा तो किरण ने खाना नहीं बनाया था। पूछने पर उसने कहा कि घर में कुछ बनाने के लिए है नहीं। इस पर अविनाश ने उसे 400 रुपए दिए और कुछ सामान लाकर बनाने के लिए बोला और चोहारे की तरफ चला गया। इसके बाद रात में घर पहुंचा।

घर में सभी लोगों ने एक साथ खाना खाया। इसके बाद किरण ने मोबाइल रिचार्ज कराने के लिए भेजा। जब अविनाश रिचार्ज कराकर लौटा तो उससे झगड़ा करते हुए उसे नोचने लगी। इसके बाद अविनाश ने खुद को छुड़ाया और घर के बाहर बैठ गया। इसी दौरान उसने घर का दरवाजा अंदर से बंद किया और अंदर कमरे में फांसी लगा ली। ये पूरी घटना उसकी बेटी आरज्ञा ने अपनी आंखों से देखा है क्योंकि उस समय वो घर के अंदर थी।