बिलासपुर में जंगल से इमारती पेड़ों को काटकर फर्नीचर और चौखट बना रहे 2 बढ़ई को वन विभाग ने पकड़ा है। इस दौरान मकान मालिक घर से गायब मिला। वहीं, पीछे बाड़ी में बढ़ई काम करते मिले। बाड़ी से टीम ने दो सिलपट, 27 चिरान, कटर मशीन, राउटर, रमदा मशीन, हाथ कटर मशीन और बढ़ई के काम में इस्तेमाल उपकरणों को जब्त किया गया है। मामला सीपत सर्किल का है।
दरअसल, वन विभाग को रविवार को जानकारी मिली कि, सीपत क्षेत्र के ग्राम गुड़ी के लोनियापारा निवासी विजय लोनिया के घर पर बड़ी मात्रा में इमारती लकड़ी रखी है। खबर मिलते ही वन विभाग के सर्किल प्रभारी अजय बेन अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। इस दौरान विजय लोनिया घर से गायब मिला।
वहीं, तलाशी लेने पर पता चला कि, पीछे बाड़ी में दो बढ़ई इमारती लकड़ी बीजा की कटाई कर चौखट बना रहे थे। पूछताछ में पता चला कि, बढ़ई चैतराम कश्यप और परसराम पटेल ग्राम ठरकपुर के रहने वाले हैं, जिन्हें मकान मालिक विजय लोनिया ने काम करने का ठेका दिया था।
बाड़ी में मिला सिलपट और चिरान
जांच के दौरान वन विभाग की टीम को बाड़ी में बीजा के दो सिलपट, 27 चिरान के साथ ही दो एचपी की कटर मशीन, राउटर, रमदा मशीन, हाथ कटर मशीन और बढ़ई के कार्य में उपयोग आने वाले अन्य उपकरण मिले, जिसे जब्त कर लिया।
वहीं, इस मामले में घर मालिक विजय लोनिया को मुख्य आरोपी बनाया गया है। साथ ही दो बढ़ई को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ वन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
वनकर्मियों की मिलीभगत से जंगल में कटाई का आरोप
बता दें कि, सीपत और सोंठी इलाके के जंगल में बड़े पैमाने पर इमारती लकड़ियों की अवैध कटाई हो रही है। इसमें वन विभाग के मैदानी कर्मचारियों की मिलीभगत होने का भी दावा किया जा रहा है। जंगल से इमारती लकड़ियों की कटाई कर बलौदा और कोरबा इलाके में खपाया जा रहा है।
इससे पहले भाजपा नेता और पूर्व मंत्री बांधी ने जंगल पहुंचकर अवैध कटाई का खुलासा किया था। साथ ही उन्होंने मामले की शिकायत वन विभाग के अफसरों से की थी। लेकिन, इसके बाद भी अवैध कटाई नहीं थम रहा है।