छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रथयात्रा की रात सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई। 27 जून को दोनों कथा पूजा में शामिल होकर घर लौट रहे थे, तभी ग्राम पंधी स्थित यादव ढाबा के सामने अज्ञात ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। मामला सीपत थाना क्षेत्र का है।
हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने सड़क पर चक्काजाम कर दिया, जो प्रशासन की समझाइश के बाद खत्म हुआ। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मृतकों के परिजनों को तात्कालिक सहायता के रूप में 25-25 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
कथा-पूजा में शामिल होने बिलासपुर आई थी
जानकारी के मुताबिक, सीपत क्षेत्र के ग्राम जांजी निवासी सकुन बाई अपने बेटे हरीश सिंह के साथ अपने परिजन के घर बिलासपुर में आयोजित कथा-पूजा में शामिल होने आई थी, जहां से रात में दोनों अपने गांव लौट रहे थे।
ओवरलोड वाहनों को बंद कराने की मांग
रात साढ़े 9 बजे रास्ते में ग्राम पंधी के पास तेज रफ्तार और लापरवाही पूर्वक चल रहे एक अज्ञात ट्रेलर ने उन्हें कुचल दिया। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने ओवरलोड वाहनों को बंद करने और मुआवजे की मांग को लेकर सड़क पर चक्काजाम कर दिया।
ओवरलोड वाहनों पर सख्त कार्रवाई
घटना की सूचना पाकर पुलिस व प्रशासन के अफ़सर मौके पर पहुंचे। साथ ही हादसे वाले स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएंगे और ओवरस्पीड व ओवरलोड वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीपत पुलिस अज्ञात ट्रेलर की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।