पूरन मेश्राम/मैनपुर। उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व बफर जोन के जंगल राजापड़ाव क्षेत्र के मोंगराडीह में पहली बार बिना वन समिति के अनुमति से लकड़ी ले जाना मना वाला बोर्ड पेड़ में चस्पा किया गया है।
देर ही सही लेकिन ग्रामीणों को अब जंगल के नहीं होने से क्या नुकसान हो सकता है। समझ में आने लगा है। वन विभाग मुस्तैदी के साथ जंगलों की सुरक्षा अवैध कटाई अवैध शिकार वन अतिक्रमण ना हो इस पर तीव्र गति से कार्य करते हुए सफलता अर्जित किया है। स्वस्पूर्त ग्रामीण जन जागरूक युवाओं की टीम और वन विभाग जंगल बचाने की मुहिम में मध्यस्थता हो जाए तो दिन दूर नहीं आज भी हरे भरे पेड़ों से जंगल लहलहाते हुए नजर आएंगे। इस संबंध में ग्राम पंचायत भूतबेड़ा के पूर्व सरपंच अजय कुमार नेताम ने कहा कि सिमटते जंगलों को बचाने की बारी आ गई है। ग्राम मोंगराडीह एवं केरापारा के युवाओं द्वारा अपने सरहद के जंगलों में अन्य गांव के लोग आकर निस्तार करते है। जरूरत के हिसाब से निस्तारी, जलाऊ लकड़ी का उपयोग करते हुए जंगल को बचाने के लिए युवाओं के द्वारा ऐतिहासिक पहल किया गया है।