शिकारियों द्वारा बिछाये करेंट से बायसन की मौत

Chhattisgarh Crimes

पिथौरा। वन परिक्षेत्र पिथौरा में शिकारियों द्वारा बिछाये गए करेंट से 2 दिन पूर्व बायसन की मौत हो गयी, ग्रामीणों की सूचना के बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी वन मंडल अधिकारी मौके पर पहुँचे जिसके बाद ग्रामीणों की उपस्थिति में मृत बायसन का पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार कराया। मृत बायसन (गौर) की उम्र 8 से 10 वर्ष आंकी जा रही है, बायसन नर बताया गया।

उल्लेखनीय हो वनों में आग लगने अवैध कटाई समेत वन्य प्राणियों के शिकार का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है, गिरना बीट के कक्ष क्र 229 में कल रात एक बायसन मृत अवस्था में मिला था, मृत बायसन के समीप ही तार के अवशेष भी बरामद किया गया है वनमंडल अधिकारी पंकज राजपूत ने बताया परसो रात की घटना है कल दोपहर बाद विभाग को ग्रामीणों के माध्यम से सूचना मिली, मृत बायसन की उम्र लगभग 8 वर्ष आंकी जा रही है। वन विभाग डॉग स्क्वाड की सहायता से आरोपियों तक पहुचने का प्रयास की लेकिन सफल नही हो सकी। जंगल में कुछ पेड़ में भी तार बंधे देखे जाने के बाद से अनुमान है की लगभग 1 किलोमीटर दूर से करेंट का तार बिछाकर जंगली सुवर के शिकार के लिए शिकारियों ने करेंट लगाया था जिसकी चपेट मे आने से बायसन की मौत हो गई। घटना स्थल पहुंचकर विभाग के वन मंडला अधिकारी पंकज राजपूत व वन परिक्षेत्र अधिकारी जयकांत गंडेचा ने मृत बायसन का पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार कराया। अब देखने वाली बात है की वनविभाग शिकारियों तक पहुंच पाएगी की नही।

वन की सुरक्षा में भारी चूक

वन कर्मचारी चौकीदार, फायर वाचर, अधिकारियों की तैनाती के बावजूद पिथौरा वन परीक्षेत्र की बात की जाए तो लगातार वनों में सुरक्षा को लेकर विभाग की खामियां उजागर हो रही है, वन संपदा वन्य प्राणियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। कुछ माह पूर्व भी शिकारियों द्वारा बिछाये गए करेंट की चपेट में आने से ग्रामीणों की मौत हुई थी। इसके बाद वनों में आग लगने जैसी बड़ी दुर्घटनाएं हुई है।

दुर्गंध फैलने से पता चला

क्षेत्र में इन दिनों महुआ बीनने का काम जोरों पर है इसी दौरान जंगल में दुर्गंध फैलने से ग्रामीणों ने देखा कि बायसन मृत अवस्था में पड़ा है जिसके बाद वन विभाग को इसकी सूचना दी गई। अधिकारियों ने कहा कि गर्मी के दिनों में बॉडी जल्दी डिस कंपोज होती है इस वजह से दुर्गंध भी जल्दी फैला।

परसों रात की घटना है तारों के कुछ अवशेष मिले हैं लिहाजा जंगली सूअर या हिरण अन्य जानवरों के शिकार के लिए संभवत: तार लगाया गया था। आरोपी की खोजबीन जारी है। विद्युत विभाग की मदद भी ली जा रही है।
पंकज राजपूत, डीएफओ महासमुन्द

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