नालागढ़। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नालागढ़ में दो प्रवासी बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत की खबर है। बताया जा रहा है की तीन भाई-बहनों ने पपीते के पत्तों का काढ़ा पिया था। काढ़े को पीकर उनकी तबीयत बिगड़ गई और दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक का गंभीर हालत में चंडीगढ़ पीजीआई में इलाज चल रहा है। सोलन पुलिस ने इस संबंध में छानबीन शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के बदायूं के खजूरिया गांव की राम देवी पत्नी किशनपाल पिछले 7 साल से जोघों में रहकर मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। पीड़ित की दो बेटियां और एक बेटा था। इनमें एक बेटी और एक बेटे की मौत हो गई, जबकि दूसरी बेटी पीजीआई में भर्ती है। बेटा और बेटी की अचानक मौत होने से घर वालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दो बच्चों की मौत से परिवार एक दम टूट गया है। बच्चों की मौत पर मां का रो-रोकर बुराहाल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवासी महिला के भतीजे सचिन ने बताया कि बच्चों को कुछ समय से बुखार था और उन्होंने सोशल मीडिया (social media) पर इसके इलाज के लिए पपीते का काढ़ा बनाकर पीने का नुस्खा देखा था। इसके बाद बच्चे भी पपीते के पत्ते लाए और कूटकर काढ़ा बनाकर पी लिया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई।
तबीयत बिगड़ने पर तीनों को नालागढ़ अस्पताल (Nalagarh Hospital) लाया जा रहा था कि शिवानी (10) की रास्ते में मौत हो गई। उसके भाई सचिन (18) और बहन खुशबू (14) को बेहोशी की हालत में पीजीआई रैफर कर दिया गया। पीजीआई में सचिन की भी मौत हो गई, जबकि खुशबू की हालत नाजुक बनी हुई है। डीएसपी नवदीप सिंह ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। मौत के असल कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चल पाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।