नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति ने ब्याज दरों पर फैसला सुना दिया है। ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया। हालांकि, इस साल रिजर्व बैंक ने लॉकडाउन को देखते हुए 2 बार में ब्याज दरों में 1.15 फीसदी की कटौती की है।
आरबीआई का फैसला- आरबीआई ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 4 प्रतिशत पर बरकरार है। एमपीसी ने सर्वसम्मति से ये फैसला किया है। रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार है। एमएसएफ, बैंक रेट 4.25 प्रतिशत पर बरकरार है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि जून में बढ़ी महंगाई दर को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि आरबीआई इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा। इस साल जून में एनुअल इनफ्लेशन रेट मार्च के 5.84 फीसदी के मुकाबले बढकर 6.09 फीसदी हो गई। यह आरबीआई के मीडियम टर्म टारगेट से ज्यादा है। आरबीआई का यह टारगेट 2-6 फीसदी है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकवरी शुरू-आरबीआई पॉलिसी समीक्षा के बाद भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि देश में आर्थिक सुधार शुरू हो गया है। भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।