इस दौरान एक नर और एक मादा चीतल काष्टागार परिसर में घुस गए, जहां कुत्तों ने उन्हें दौड़ाया। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जब टीम पहुंची तब दोनों चीतल जीवित अवस्था में थे। लेकिन थोड़े समय बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
दोनों मृत चीतलों को जंगल में छोड़ा
डीएफओ कृष्ण जाधव ने बताया कि चीतलों के इलाज के लिए तुरंत डॉक्टरों की टीम को बुलाया गया, लेकिन डॉक्टरों के पहुंचने से पहले ही दोनों चीतलों की मौत हो गई। वन विभाग ने नियमानुसार दोनों मृत चीतलों को जंगल में छोड़ दिया है।
धमतरी जिले के वनांचल क्षेत्र में जंगली जानवरों का बसेरा है और अक्सर ये जानवर बाहरी इलाकों में निकल आते हैं। इस घटना ने वन्य जीवों की सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर किया है