छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में मां के कैरेक्टर पर शक को लेकर हुए विवाद में नाबालिग बेटे ने पिता की हत्या कर दी

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में मां के कैरेक्टर पर शक को लेकर हुए विवाद में नाबालिग बेटे ने पिता की हत्या कर दी। पति नशे में पत्नी से झगड़ा कर रहा था। गुस्साए बेटे ने पिता को टोका तो वह भड़क गया। बेटे को मारने के लिए दौड़ाने लगा। इस दौरान नाबालिग ने फावड़ा उठाया और पिता को ही मार डाला। यह घटना करतला थाना क्षेत्र की है।

वहीं, दुर्ग जिले में शनिवार देर रात पैसे मांगने पर छोटे भाई ने बड़े भाई को कुल्हाड़ी से काट डाला। माता-पिता की मौत के बाद दोनों भाई अपने मौसा-मौसी के घर पर रहते थे। यह घटना पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के डबरा पारा की है।

पहला केस-

कोरबा के करतला इलाके के प्रधान पारा में रहने वाले धनीराम यादव (40) की हत्या हुई है। वह पेशे से मजदूर था। वह अपनी पत्नी के कैरेक्टर पर शका करता था और आए दिन झगड़ा करता था। रक्षाबंधन वाले दिन भी वह शराब पीकर पत्नी से विवाद कर रहा था। जिसके बाद उसने खाना भी बाहर फेंक दिया।

बेटे को फावड़ा लेकर मारने दौड़ा था पिता

जब 16 साल के बेटे ने टोका तो, वह उसे मारने के लिए फावड़ा लेकर दौड़ाने लगा। इस दौरान उसने पिता से फावड़ा छीन लिया और गुस्से में आकर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सिर और चेहरे पर गंभीर चोट आने के कारण पिता की मौके पर ही मौत हो गई।

घटना के लगभग 4 घंटे बाद आसपास के लोगों को पता चला कि बेटे ने धनीराम को मार दिया है। इसके बाद करतला पुलिस को जानकारी दी गई। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।

नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा

पुलिस ने नाबालिग को हिरासत में लेकर किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया। थाना प्रभारी केके वर्मा ने बताया कि चरित्र शंका को लेकर पति पत्नी से विवाद करता था। घटना वाले दिन भी दोनों में झगड़ा हुआ था। खाना फेंकने पर बेटे ने विरोध किया, तो वह उसे मारने के लिए दौड़ा। लेकिन फावड़ा छीनकर बेटे ने ही पिता को मार दिया। नाबालिग को हिरासत में लेकर सुधार गृह भेज दिया गया है।

दूसरा केस-

पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के डबरा पारा में छोटे भाई ने बड़े भाई की हत्या कर दी। डामन सिंह ठाकुर (27) और शरद ठाकुर (25) सगे भाई थे। दोनों मौसी-मौसा के घर में रहते थे।

जानकारी के मुताबिक कुछ साल पहले शरद सड़क हादसे में घायल हुआ था। इसके बाद उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी। वह कोई काम नहीं करता था और अक्सर भाई से पैसों की मांग करता था। शनिवार देर रात पैसों को लेकर डामन और शरद के बीच झगड़ा हुआ।