आज (सोमवार) सरगुजा और बस्तर संभाग के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। प्रदेश में 1 जून से 10 अगस्त तक 673 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि 697.7 मिमी हो जानी चाहिए थी। यानी अब तक औसत से 4% कम पानी बरसा है।
तापमान बढ़ने से बढ़ी गर्मी-उमस
वहीं टेम्प्रेचर की बाद करें तो प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश की गतिविधियां कम होने से दिन का तापमान सभी जगहों पर बढ़ गया है। रात का टेम्प्रेचर भी 21 से 28 डिग्री के बीच बना हुआ है।
रविवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 34.6°C दुर्ग में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.6°C पेण्ड्रा रोड में दर्ज किया गया। वही कोंटा में 60 मिलीमीटर छोटेडोंगर में 50 मिली मीटर, सुकमा और सोनहत में 40 मिली मीटर बारिश हुई।
बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम से होगी बरसात
छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियां बंगाल की खाड़ी और आसपास बनने वाले मजबूत सिस्टम पर निर्भर करती है। 13 अगस्त के आसपास उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। जिसके वजह से एक बार फिर से बारिश होगी।