उन्होंने कहा कि सीएम विष्णुदेव साय ने आदिवासी दिवस मनाने के लिए प्रोटोकाल जारी किया था। लेकिन, संघ कार्यालय से आदेश आ गया कि आदिवासी दिवस नहीं मनाना है, इसलिए उन्होंने कहीं भी कार्यक्रम आयोजित नहीं कराया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि विष्णुदेव शेषनाग की सैय्या पर सो रहे हैं।
आदिवासियों के अधिकारों का हनन हो रहा- भूपेश बघेल
रविवार (10 अगस्त) को कोटा के डीकेपी हाई स्कूल मैदान में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल शामिल हुए है। जहां उन्होंने कहा कि सम्मेलन में बड़ी संख्या में हजारों की संख्या में लोग आएं हैं, बहुत उत्साह भी है। लेकिन, चिंता इस बात की है आदिवासियों को जो अधिकारों मिला हुआ है।
जो अधिकार गवर्नमेंट दिया है, उन अधिकारों का हनन हो रहा है। पेशा कानून का कोई पालन नहीं हो रहा है। वन अधिकार और पर्यावरण अधिनियम का उल्लंघन हो रहा है। इस प्रदेश में आदिवासियों का रोजगार भी छीना जा रहा है। आदिवासियों और उनकी पहचान मिटाने का काम भी किया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री बोले- साय-साय बढ़ रहा बिजली बिल
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा की साय सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में गरीब-किसान, आदिवासी सब परेशान हैं। बिजली का बिल साय-साय बढ़ रहा है। वहीं, विष्णु देव साय शेषनाग की सैय्या पर सो रहे हैं।
कांग्रेस ने घोषित किया था सार्वजनिक अवकाश
भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने 9 अगस्त 2019 को विश्व आदिवासी दिवस पर छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की थी, जिसके बाद हर साल विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
लेकिन, भाजपा की सरकार विश्व आदिवासी दिवस पर कोई भी कार्यक्रम नहीं की। आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद भी आदिवासी दिवस पर एक भी कार्यक्रम आयोजित नही हुआ।
प्रदेश में किसान-आदिवासी नहीं, व्यापारियों की सरकार
कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में खाद की कालाबाजारी हो रही है। किसान परेशान हैं। फिर भी सरकार चुप है। क्योंकि यहां, किसान और आदिवासियों की सरकार नहीं, बल्कि व्यापारियों की सरकार है।
उन्होंने गौठान योजना पर कहा कि तकलीफ दायक बात ये है कि 2 साल पहले जो गौठान चल रहा था, उसको बंद कर दिए। अब उसी को फिर से शुरू कर रहे है, घटिया स्तर पर शुरू कर रहे है।