छत्तीसगढ़ में रविवार के दिन रायपुर और बिलासपुर में धर्मांतरण को लेकर बवाल हुआ है। बिलासपुर में प्रार्थना सभा के बहाने धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए हिंदूवादी संगठन के लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर मकान को सील कर दिया है। मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है।
वहीं, रायपुर में भी हिंदू संगठन ने मसीही समाज के लोगों पर प्रार्थना सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए एक मकान का घेराव कर दिया। यहां तक कि हिरासत में लिए एक युवक को पीट भी दिया। मामला सरस्वती नगर थाना क्षेत्र का है।
दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि ये धर्मांतरण का मामला नहीं है। बजरंग दल और इससे जुड़े संगठन के लोग प्रोपेगंडा कर रहे हैं। यदि कोई बीमार है तो उसे मंदिर-मस्जिद जाने की आजादी है। पुलिस उनके दबाव में आकर अल्प संख्यकों पर पर कार्रवाई कर रही है, जो गलत है।
बिलासपुर में चल रही थी प्रार्थना सभा
दरअसल, बिलासपुर के प्रगति नगर गली-नंबर-2 में रविवार (10 अगस्त) को प्रतिमा अल्फ्रेड के मकान में किराएदार सरस्वती कुर्रे की बेटी संगीता श्रीवास, दामाद पवन श्रीवास अपने साथी मुकेश हथठेल, एनी रोज के साथ मिलकर मोहल्ले के साथ मिलकर प्रार्थना सभा कर रहे थे।
इसी दौरान हिंदूवादी संगठन के लोगों को जानकारी मिली कि यहां आर्थिक रूप से कमजोर हिन्दू धर्म के युवतियों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रार्थना गीत- संगीत के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा रहा है। खबर मिलते ही हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। इस दौरान अंदर मौजूद भीड़ ने कुछ देर के लिए गेट को अंदर से बंद कर दिया।
युवतियां और महिलाएं बोलीं- हमें किसी ने जबरदस्ती नहीं किया
जिसके बाद हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने दरवाजा खुलवाया। उनसे बातचीत में युवतियों व महिलाओं ने कहा कि वो किसी के कहने पर यहां नहीं आई हैं। इस दौरान वहां पहुंची हिंदू समाज की महिलाएं और लड़कियों ने कहा कि हमें किसी ने जबरदस्ती नहीं लाया है।
पहले हम धर्म नहीं बदलना चाहते थे। लेकिन, जब हमारा जीवन में बदलाव हुआ, तब हमने धर्म परिवर्तन किया है। वो अपनी मर्जी से प्रभु की प्रार्थना करने आईं हैं।