जमीनों का फर्जी खसरा नंबर बनाकर निजी लोगों के नाम दर्ज किया गया। इनमें दिनूराम यादव, एसराम, शियाकांत वर्मा, हरिशचंद्र निषाद, सुरेंद्र कुमार, जयंत समेत कई लोगों के नाम थे।कुछ ने जमीनों को बैंक में गिरवी रख लोन भी ले ले लिया। जानकारी के मुताबिक इसके पीछे बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है।
बैंक में जमीन गिरवी रख लोन भी ले लिया
दिनूराम यादव ने 25 जून 2025 को SBI नंदनी टाउनशिप ब्रांच से 46 लाख का लोन लिया है। 2 जुलाई 2025 को एक अन्य व्यक्ति ने कुम्हारी ब्रांच से 36 लाख रुपए का लोन लिया है। मामला संभाग आयुक्त के पास पहुंचा तो SDM ने भुइयां ऐप में गड़बड़ी सुधारी। 2 पटवारियों को सस्पेंड किया गया है।
वहीं 18 पटवारियों का ट्रांसफर किया गया है। इस मामले में भू-माफिया और अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल, इस मामले में अभी FIR नहीं हुई है।
मुरमुंदा पटवारी हल्का के 4 गांवों में फर्जीवाड़ा
यह फर्जीवाड़ा मुरमुंदा पटवारी हल्का के चार गांवों में हुआ है। मुरमुंदा में 75 हेक्टेयर सरकारी और 22 हेक्टेयर निजी जमीन का फर्जीवाड़ा किया गया है। अछोटी में 45.304 हेक्टेयर सरकारी और 27.087 हेक्टेयर निजी जमीन पर कब्जा किया गया है। चेटुवा में 87.524 हेक्टेयर सरकारी जमीन और बोरसी में 47.742 हेक्टेयर निजी जमीन दूसरे के नाम कर दी गई थी।