रायपुर के ट्रैफिक को लेकर कई शिकायतें अक्सर सामने आती रहती

Chhattisgarh Crimesरायपुर के ट्रैफिक को लेकर कई शिकायतें अक्सर सामने आती रहती है। आज दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में एम्बुलेंस के अंदर से देखिए रायपुर ट्रैफिक का हाल। आखिर किस तरह से एक इमरजेंसी केस के मरीज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है।

ये एम्बुलेंस संजीवनी हॉस्पिटल से करीब 11:30 बजे निकली। एम्बुलेंस में सवार मरीज को पेट (PET) स्कैन के लिए देवेंद्र नगर के श्री नारायणा हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था। यह सफर करीब 8 से 10 मिनट का होता है, लेकिन मरीज को अस्पताल के भीतर पहुंचने में करीब 28 मिनट लग गए। ऐसे इमरजेंसी केस में मरीज को 3 गुना समय लगने से कई परेशानियां होती है। इलाज में देरी होती है।

हालांकि, इस मामले में ट्रैफिक अफसरों का कहना है कि इमरजेंसी वाहनों को पहले निकालने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद जिन चौक-चौराहों पर परेशानी आ रही। उसके लिए उपाय निकाले जाएंगे।

अब देखिए एम्बुलेंस के भीतर से परेशान करने वाला ट्रैफिक

पचपेड़ी नाका चौक पर बस-ट्रक की टर्निंग- सुबह 11:30 बजे एम्बुलेंस अस्पताल से निकलकर पचपेड़ी नाका चौक होते हुए आगे बढ़ी। वीडियो में देखेंगे कि पचपेड़ी नाका चौक पर बस और ट्रक की वजह से एम्बुलेंस की स्पीड धीरे हो गई। फिर वह जाम में फंस गई। ट्रक के गुजरने के बाद एम्बुलेंस आगे निकल बढ़ी।

ऑटो-ई-रिक्शा की सड़क पर पार्किंग- पचपेड़ी नाका ओवर ब्रिज के नीचे ट्रैफिक पुलिस थाना बना हुआ है। जहां ट्रैफिक पुलिस कर्मी मौजूद रहते हैं। इसके बावजूद 50 मीटर दूर चौक पर ऑटो और ई-रिक्शा खड़ी दिखी। सड़क पर ऑटो खड़ी करके ड्राइवर सवारी का इंतजार कर रहे थे। जिससे रास्ते की चौड़ाई कम हो गई।

मंत्रियों के बंगले के सामने मालवाहक शहर के बीच में घुसा- एम्बुलेंस आगे बढ़ते हुए शंकर नगर एक्सप्रेस-वे के पास पहुंची। इस दौरान मालवाहक गाड़ी एम्बुलेंस के सामने आ गई। इस सड़क पर मंत्रियों के बंगले समेत IG ऑफिस भी मौजूद हैं। जबकि शहर के कई भीतरी हिस्सों में मालवाहक गाड़ियों की एंट्री बंद होती है।

इसके बाद देवेंद्र नगर पहुंचकर एम्बुलेंस दोपहर 12 बजे श्री नारायणा अस्पताल पहुंची। इस दौरान एम्बुलेंस को करीब 8 से 10 मिनट के सफर को पूरा करने में करीब 28 मिनट लग गए।