मस्जिद में तिरंगा-फहराने के आदेश को कांग्रेस ने बताया गलत

Chhattisgarh Crimesपहले पढ़िए निर्देश में क्या लिखा था ?

छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज द्वारा जारी निर्देश में लिखा गया है कि, 79वां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेश की सभी मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों के मेन गेट पर तिरंगा फहराया जाए। साथ ही डॉ. सलीम राज ने मुस्लिम समुदाय को राष्ट्रीय पर्व की गरिमा बनाए रखने की नसीहत दी है।

कुर्सी पर बैठकर इन्हें देश की आजादी याद आती- नायब काजी

छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के आदेश पर छत्तीसगढ़ नायब काजी मुफ्ती गुलाम किबरिया मिस्बाही साहब ने सवाल खड़ा किए है। उन्होंने कहा कि कुर्सी पर बैठकर ही इन्हें देश की आजादी याद आती है। क्या वक्फ बोर्ड के चेयरमेन का अधिकार है कि वो देश के आजादी के बारे में बताए।

हम अपने मदरसों में सिखाते है कि वतन से मोहब्बत करना ईमान है। हमारे अकादरिन का खून शामिल है। झंडा पहले से फहराया जा रहा है। वक्फ बोर्ड अध्यक्ष कभी मस्जिद, मदरसा और दरगाह जाते नहीं, तो उन्हें क्या पता चलेगा।

छत्तीसगढ़ की मस्जिदों में इस बार स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया जाएगा। यह आदेश प्रदेश के सभी मुतवल्लियों को छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने 11 अगस्त को जारी किया था। अब इस निर्देश पर विवाद शुरू हो गया है।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि, बीजेपी में शामिल मुस्लिम नेता प्रदेश में रहने वाले मुसलमानों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। इस तरह का आदेश गलत है। वहीं, मुस्लिम समुदाय के शहर काजी भी वक्फ बोर्ड के इस आदेश का विरोध कर रहे है। उनका कहना है कि, कुर्सी पर बैठकर कुछ भी आदेश निकाले जा रहे हैं। वक्फ बोर्ड ये मत सिखाए, किसे क्या करना है।

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