मनेंद्रगढ़ के रिहायशी इलाकों में भालू का मूवमेंट है, जिससे लोगों में दहशत है। हाल ही में भालू ने मॉर्निंग वॉक पर निकले एक बुजुर्ग पर हमला कर घायल कर दिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेंजर कॉल रिसीव नहीं करते।
जानकारी के मुताबिक, चंवारीडांड़ के रहने वाले बुजुर्ग उत्तम चक्रधारी पर भालू ने हमला किया था। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया था। वन विभाग की लापरवाही तब सामने आई जब चंवारीडांड़ के सरपंच के वन कार्यालय जाने के बाद ही घायल को प्राथमिक सहायता मिल सकी।
ऐसे में सरपंच रागनी सिंह ने क्षेत्र में भालू के लगातार विचरण और हमलों पर चिंता जताई है। इससे पहले नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिमा यादव और उपाध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा ने अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ डीएफओ से मुलाकात की। विवाद इतना बढ़ा कि वन मंडल कार्यालय में पुलिस बल बुलाना पड़ा। जनप्रतिनिधियों ने डीएफओ को हटाने की मांग को लेकर धरना भी दिया।
रेंजर का विवादास्पद बयान
मामले में मनेंद्रगढ़ रेंजर रामसागर कुर्रे का बयान विवादास्पद रहा। उन्होंने कहा कि शहर में भालू है ही नहीं, वह सिर्फ जंगल में रहता है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि भालू के विचरण की सूचना देने पर रेंजर फोन नहीं उठाते। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक में वन विभाग ने खेद प्रकट कर भविष्य में सुधार का आश्वासन दिया था।