कच्ची और अंग्रेजी शराब से बच्चे-बड़े सभी प्रभावित

Chhattisgarh Crimesकोरबा के करतला ब्लॉक के सेंद्रीपाली गांव में अवैध शराब का कारोबार चिंता का विषय बन गया है। यहां के अधिकतर घरों में महुए की कच्ची शराब बनाई जाती है। साथ ही देशी और अंग्रेजी शराब की अवैध बिक्री भी की जाती है। जिसकी शिकायत लेकर सोमवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे।

महिलाओं का कहना है कि पुलिस शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करती। गांव में लोग दिन भर शराब पीने में व्यस्त रहते हैं। सुकृता बाई ने बताया कि सेंद्रीपाली पंचायत के नवाडीह, अमेराभांठा और बासिनपारा में शराब बनाई जाती और बेची जाती है। इससे गांव में चोरी और मारपीट की घटनाएं बढ़ी हैं। नाबालिग बच्चे भी नशे की जद में आ रहे हैं।

गाली-गलौज करते हैं शराबी

मीरा बाई पटेल ने बताया कि गांव में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावास, 100 सीटर कन्या छात्रावास और प्री-मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास है। स्कूल छुट्टी के समय शराबी तेज रफ्तार वाहन चलाते और गाली-गलौज करते हैं। स्कूली छात्राएं और ग्रामीण महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं। आसपास के गांवों से लोग यहां शराब पीने आते हैं। कई मोहल्ले शराबियों का अड्डा बन गए हैं।