छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के मैनपुर में खाद की कमी को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया। मंगलवार को मुसलाधार बारिश के बीच सैकड़ों किसान एसडीएम कार्यालय पहुंचे। किसान संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने नारेबाजी की और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष टीकम कपिल ने बताया कि यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति मांग के अनुसार नहीं हो रही है। किसानों की चक्काजाम की चेतावनी के बाद प्रशासन ने डबल लोक तक यूरिया पहुंचा दिया। इसके बाद किसानों ने अधिकारियों से बात करने की सहमति दी।
किसानों ने क्षेत्र में हो रही खाद की कालाबाजारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर तहसीलदार रमेश मेहता को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने सहकारी सोसाइटी में यूरिया खाद पहुंचाने के लिए प्रशासन का धन्यवाद किया।
साथ ही तीन दिनों के भीतर पोटाश, यूरिया और डीएपी खाद पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलने पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम करने की चेतावनी दी है।
तीन गुना कीमत पर बेचे जा रहे हैं खाद
इधर, किसान संघर्ष समिति की बैठक में किसानों ने आरोप लगाया कि यूरिया, डीएपी और पोटाश बाजारों में तीन गुना कीमत पर बेचे जा रहे हैं, और संबंधित विभाग के अफसर कार्रवाई नहीं कर रहे। छापेमारी से पहले दुकानदारों को सूचना देने की भी शिकायत की गई।
किसानों ने ऐसे अफसरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। मैनपुर में चक्काजाम की पूरी तैयारी थी, लेकिन मैनपुर थाना प्रभारी शिव शंकर हुर्रा की पहल और दो ट्रक खाद की आपूर्ति से किसानों को समझाया गया, जिससे चक्काजाम स्थगित कर दिया गया।