छत्तीसगढ़ के धमतरी में नगर सेना की टीम ने बाढ़ आपदा को लेकर मॉकड्रिल का आयोजन किया

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के धमतरी में नगर सेना की टीम ने बाढ़ आपदा को लेकर मॉकड्रिल का आयोजन किया। इस दौरान पहली बार एक प्रशिक्षित डॉग जैक ने रूद्री डैम में डूबते व्यक्ति का सफल रेस्क्यू किया।

नरहरा जलप्रपात में बढ़ते पर्यटकों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने 10 सदस्यों की एक समिति बनाई है। गंगरेल ब्लू एडवेंचर स्पोर्ट्स एसोसिएशन ने इन सदस्यों को रेस्क्यू के गुर सिखाए। प्रशिक्षण में बोट और टिवब के अलावा कबाड़ से बनाए गए उपकरणों से लोगों को बचाने के तरीके बताए गए।

नगर सेनानी कमांडेंट शोभा मंडावी ने बताया कि बरसात के मौसम में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए यह मॉकड्रिल की गई। मां भारती फिजिकल एकेडमी ट्रेनिंग सेंटर के बच्चों को भी प्रशिक्षण दिया गया।

शोभा ठाकुर ने बताया कि जिले में इस तरह के तीन प्रशिक्षित डॉग हैं। जरूरत पड़ने पर इन डॉग की मदद ली जाएगी। धमतरी जिले में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ की संभावना को देखते हुए यह प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है।

नरहरा जलप्रपात में मॉकड्रिल

नरहरा जलप्रपात प्रबंधन समिति के सदस्यों ने बताया कि मॉकड्रिल में भाग लेकर उन्हें आपदा प्रबंधन से जुड़ी कई जरूरी जानकारियां मिलीं। खासकर यह सीखा गया कि अगर कोई व्यक्ति पानी में डूब रहा हो, तो उसे कैसे सुरक्षित तरीके से बचाया जा सकता है।

आपदा प्रबंधन की ली जानकारी

मां भारती फिजिकल टीम की एक छात्रा ने बताया कि उन्हें बाढ़ आपदा प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान यह बताया गया कि किसी डूबते व्यक्ति को बचाने से पहले खुद को कैसे सुरक्षित रखें और फिर सुरक्षित रूप से उसे बाहर निकालें। साथ ही लाइफ जैकेट का सही इस्तेमाल और बाढ़ में फंसे लोगों को बांस या अन्य साधनों की मदद से सुरक्षित स्थान तक लाने की विधियां भी सिखाई गई।

डूबते लोगों को बचाने की तरकीबें सिखीं

गंगरेल ब्लू एडवेंचर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सदस्य सतवंत कुमार महिलांग ने बताया कि जिला नगर सेना द्वारा यह मॉकड्रिल आयोजित की गई, जो एक सराहनीय पहल है। उनकी टीम ने भी इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने बताया कि उनके पास एक प्रशिक्षित रेस्क्यू डॉग ‘जैक’ है, जो उन स्थानों तक पहुंच सकता है जहां इंसान नहीं जा सकता। जैक जैसे डॉग्स पानी में डूबते लोगों को पहचान कर उन्हें बचाने में सक्षम हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी टीम के पास कुल तीन ऐसे रेस्क्यू डॉग्स हैं।