पुलिस के अनुसार, मां नर्मदा ट्रांसपोर्ट के मुंशी वेदप्रकाश साहू ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत की थी। पीड़ित ने पुलिस को बताया था कि, 26 अगस्त की रात उसके वाहन से ग्राम छतौना में 157 लीटर डीजल चोरी हो गया। अज्ञात आरोपियों ने टंकी का ताला तोड़कर वारदात को अंजाम दिया।
सीसीटीवी में कैद हुए आरोपी
पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। जिसमें कुछ लोगों को चोरी करते दिखे। पुलिस ने वाहन और आरोपियों की तलाश शुरू की। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर कबीर नगर निवासी राजाराम फुलेरिया को पकड़ा गया।
पूछताछ में उसने अपने साथी रोहित फुलेरिया, अर्जुन कुमार और एक नाबालिग के साथ मिलकर चोरी करना स्वीकार किया। आरोपियों से एमपी नंबर की चारपहिया गाड़ी, 15 लीटर डीजल, बिक्री के पैसे और एक लोहे का रॉड बरामद किया गया है। जब्त सामान की कुल कीमत लगभग 4.50 लाख रुपए आंकी गई है।
अप्रैल 2025 में एएसपी ने की थी कार्रवाई
बता दें कि, मंदिर हसौद तेल माफियाओं का गढ़ है। लंबे समय से तेल डिपो से निकलने वाले टैंकरों से डीजल चोरी करने का खेल चल रहा था। लगातार शिकायत मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अप्रैल 2025 को नया रायपुर एएसपी विवेक शुक्ला ने कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई के बाद सिंडिकेट टूट गया था। लेकिन फिर से चोरी छिपे डीजल चोरी करने का खेल शुरू हो गया है।