दरअसल, रायपुर के राजीव भवन में बुधवार को बैठक के दौरान रविन्द्र चौबे के नेतृत्व परिवर्तन वाले बयान पर 2 जिला अध्यक्ष आपस में भिड़ गए। जगदलपुर जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य ने चौबे के बयान को अनुशासनहीनता बताते हुए आपत्ति जताई।
जबकि, दुर्ग ग्रामीण जिला अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि, चौबे ने भूपेश बघेल के जन्मदिन पर उनकी तारीफ की थी। इसमें गलत कुछ नहीं है। जन्मदिन पर इस तरह की बातें कही जाती हैं। वहीं, चौबे अपने बयान पर सफाई भी दे चुके हैं।
छोटे कार्यकर्ताओं पर कर दी जाती है कार्रवाई- जिला अध्यक्ष
रविंद्र चौबे के खिलाफ अनुशासनहीनता को लेकर बैठक में जिला अध्यक्षों ने कहा कि, यह देखा गया है कि जब छोटे कार्यकर्ता कुछ गलती करते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी जाती है। लेकिन बड़े नेताओं के मामले में उदासीनता बरती जाती है।
इस पर बाकी जिलाध्यक्षों और महामंत्रियों ने कहा कि, ऐसे मामलों में भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इसलिए अब पूर्व मंत्री कांग्रेस के सीनियर लीडर रविन्द्र चौबे पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। वहीं, बैठक में पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के मामले में भी अब तक कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करने को लेकर सवाल उठाए गए।