लाखे नगर में सड़क को जाम कर दिया गया। दोनों ओर गाड़ियों की कतार लग गई। बवाल के बीच 12 थानों के थानेदार मौके पर मौजूद रहे। साथ ही बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस और प्रशासन के समझाने पर मूर्ति को पर्दे से कवर किया गया। इस दौरान भीड़ को खदेड़ने हल्का बल प्रयोग किया गया। 4 घंटे तक हंगामे के बाद हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन खत्म किया।
हिंदू संगठनों का आरोप है कि पंडाल में देर रात फिल्मी और अशोभनीय गाने बजाए गए। शिकायत के बाद आजाद चौक पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि समिति को पहले भी प्रतिमा के मूल स्वरूप में स्थापना करने के लिए कहा गया था, लेकिन भगवान के स्वरूप के साथ छेड़छाड़ की गई।