दुर्व्यवहार की शिकायतों के बाद नई व्यवस्था शुरू की गई

Chhattisgarh Crimesविमान के केबिन क्रू की तर्ज पर अब रायपुर रेलवे के टीटीई का भी टेस्ट होगा कि कहीं उसने शराब तो नहीं पी रखी है। रेलवे ने प्रयोग के तौर पर मंडल में सबसे पहले रायपुर स्टेशन में ब्रेथ एनलाइजर टेस्‍ट मशीन लगाकर ट्रायल भी शुरू कर दिया है। टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने पर टीटीई ड्यूटी पर नहीं जा पाएगा। ठीक इसी तरह टीटीई को लौटने पर इसी टेस्ट से गुजरना होगा। शराब की पुष्टि होने पर ड्यूटी पर नहीं जा सकेगा। साथ ही रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

ब्रेथ एनलाइजर मशीन को टीटीई की यूनीक आईडी से जोड़ा गया है। टीटीई ड्यूटी पर जाने से पहले मशीन में फूंक मारेगा। नशे पर नहीं होने के बाद ही यूनीक आईडी खुलेगी। साथ ही ट्रेन में चलने वाले ऑन बोर्ड अफसरों के पास भी ये मशीन रहेगी। अफसर टीटीई के ड्यूटी के दौरान औचक जांच करेंगे।

इसके साथ ही मशीन में सभी टीटीई की कुंडली रहेगी। अब तक लोको पायलट की जांच ब्रेथ एनालाइजर से होती है। अगर वो रास्ते में भी ड्रिंक करेगा तो ड्यूटी से लौटने के बाद जांच में पता चल जाता है।

बायोमैट्रिक से हाजिरी : रेलवे ने स्टेशन पर एक और नई व्यवस्था शुरू की है। रेलवे ने टीटीई लॉबी में बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम लागू कर मशीन लगा दी है। ड्यूटी शुरू और खत्म करते समय आधार आधारित बायोमैट्रिक साइन इन और साइन आउट सिस्टम शुरू हो गया है।

विमान के केबिन क्रू की तर्ज पर अब रायपुर रेलवे के टीटीई का भी टेस्ट होगा कि कहीं उसने शराब तो नहीं पी रखी है। रेलवे ने प्रयोग के तौर पर मंडल में सबसे पहले रायपुर स्टेशन में ब्रेथ एनलाइजर टेस्‍ट मशीन लगाकर ट्रायल भी शुरू कर दिया है। टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने पर टीटीई ड्यूटी पर नहीं जा पाएगा। ठीक इसी तरह टीटीई को लौटने पर इसी टेस्ट से गुजरना होगा। शराब की पुष्टि होने पर ड्यूटी पर नहीं जा सकेगा। साथ ही रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

ब्रेथ एनलाइजर मशीन को टीटीई की यूनीक आईडी से जोड़ा गया है। टीटीई ड्यूटी पर जाने से पहले मशीन में फूंक मारेगा। नशे पर नहीं होने के बाद ही यूनीक आईडी खुलेगी। साथ ही ट्रेन में चलने वाले ऑन बोर्ड अफसरों के पास भी ये मशीन रहेगी। अफसर टीटीई के ड्यूटी के दौरान औचक जांच करेंगे।

इसके साथ ही मशीन में सभी टीटीई की कुंडली रहेगी। अब तक लोको पायलट की जांच ब्रेथ एनालाइजर से होती है। अगर वो रास्ते में भी ड्रिंक करेगा तो ड्यूटी से लौटने के बाद जांच में पता चल जाता है।

बायोमैट्रिक से हाजिरी : रेलवे ने स्टेशन पर एक और नई व्यवस्था शुरू की है। रेलवे ने टीटीई लॉबी में बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम लागू कर मशीन लगा दी है। ड्यूटी शुरू और खत्म करते समय आधार आधारित बायोमैट्रिक साइन इन और साइन आउट सिस्टम शुरू हो गया है।

यात्रियों की शिकायत आती थी कि टीटीई नशे में है

रायपुर रेल मंडल में करीब 240 टीटीई हैं। सभी अलग-अलग ट्रेनों में ड्यूटी करते हैं। लेकिन अभी तक इनकी जांच नहीं हो रही थी। टिकट चेकिंग के दौरान यात्रियों की शिकायत आती थी कि टीटीई ने शराब पी रखी है। वे यात्री के साथ दुर्व्यवहार भी करते थे।

लगातार शिकायतों के बाद ही रेलवे ने यह फैसला लिया कि टीटीई ड्यूटी में जाने से पहले मशीन में अपना मोबाइल नंबर और यूनीक आईडी में दर्ज करेगा। इसके बाद थम्ब इंप्रेशन लगाएगा। फिर मशीन एक्टिव होगी। मशीन में लगा सीसीटीवी कैमरा खुद ब खुद ऑन हो जाएगा और फोटो खींच लेगा।