छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में तेंदुए की दहशत

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में तेंदुए की दहशत है। बछड़ा और मुर्गियों को खाने के बाद 5 दिन में तीसरी बार दिखा है। रात में 2 मुर्गियों का शिकार करने बाद सुबह पहाड़ पर घूमता नजर आया। तेंदुए की मौजूदगी से इलाके के लोग घबराए हुए हैं।

1 जुलाई को तेंदुआ कांकेर के इमलीपारा क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक बछड़े का शिकार किया था। वहीं, पास के कोडेजूंगा गांव में 2 जुलाई को कई आवारा कुत्ते अचानक गायब हो गए। गांववालों को शक है कि तेंदुए ने ही उन्हें शिकार बनाया है।

हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के कुछ लोगों ने तेंदुए का एक वीडियो भी बनाया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पिछले कुछ महीनों में कांकेर और उसके आस-पास तेंदुओं की आवाजाही बढ़ गई है। लोग जंगल जाने और रात में घर से निकलने में घबरा रहे हैं।

DFO बोले- वन विभाग की नजर बनी हुई है

DFO रौनक गोयल ने बताया कि तेंदुए पर लगातार निगरानी की जा रही है। अब तक तीन बार तेंदुए के पहुंचने की सूचना हमें मिली है। बाजू में तेंदुआ संरक्षित पहाड़ होने की वजह से सुबह तेंदुआ देखा गया। निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर तेंदुए को पकड़ने की कार्रवाई की जाएगी।

दुधावा इलाके में 6 लोगों पर हमला कर चुका है तेंदुआ

कांकेर के दुधावा क्षेत्र में तेंदुओं के हमलों की कई घटनाएं हो चुकी हैं। अब तक 6 लोगों पर हमला हो चुका है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। कुछ समय पहले एक आदमखोर तेंदुए को पकड़ा गया था, जिसने कई ग्रामीणों पर हमला किया था। कभी-कभी तेंदुए घरों में भी घुस जाते हैं, जिससे लोग बहुत डरे हुए हैं।

शहर के इन 2 इलाकों में ज्यादा खतरा

तेंदुओं की बढ़ती आबादी से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गांव से लेकर शहर तक पहाड़ी और रहवासी इलाकों में तेंदुए दिख रहे हैं। वर्तमान में हाउसिंग बोर्ड और कोडेजूंगा इन दो इलाकों में तेंदुए की पुष्टि हुई है।कांकेर जिले के शहरी इलाकों में तेंदुए को लेकर दहशत है।

ग्रामीणों ने बताया कि 1 जुलाई को जिस इलाके में तेंदुए ने गाय को मारकर खाया था, उसी इलाके से लगे कोडेजूंगा में 2 जुलाई को कुछ आवारा कुत्ते गायब हुए हैं। आंशका है कि तेंदुए ने कुत्तों को शिकार बनाया है।

हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने एक वीडियो बनाया है, जो अब वायरल हो रहा है। तेंदुआ बाउंड्रीवॉल पर चढ़कर मुंह फाड़ते नजर आया। लोगों को जब तेंदुए की मौजूदगी का पता चला तो वे अपने घरों में कैद हो गए। बच्चों को बाहर नहीं निकलने दिए।