छत्तीसगढ़ के सरगुजा में नियमितीकरण समेत 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 22 दिनों से आंदोलन कर रहे NHM कर्मियों ने मंगलवार को चुनरी यात्रा निकाली। 240 फुट चुनरी के साथ निकाली गई यात्रा महामाया मंदिर पहुंची, जहां NHM कर्मियों ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए पूजा-अर्चना की और दीप जलाए। जिले के 500 से अधिक कर्मचारियों ने सोमवार को सीएमएचओ को सामूहिक इस्तीफा सौंपा था। इनमें डॉक्टर, नर्स, टेक्नीशियन और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। NHM के कर्मचारी कई साल से हॉस्पिटलों में सेवाएं दे रहे हैं, जिन्हें समान काम के बावजूद नियमित कर्मचारियों की तरह वेतन, भत्ता और सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। प्रदेशभर में जारी NHM कार्यकर्ता आंदोलन के साथ लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं। कर्मचारियों को बर्खास्त करने की चेतावनी देते हुए उन्हें काम पर लौटने का आदेश दे दिया गया है, लेकिन वे काम पर लौटने तैयार नहीं हैं। चुनरी यात्रा निकली, महामाया मंदिर में पूजा
एनएचएम कार्यकर्ताओं ने 240 मीटर चुनरी के साथ धरना स्थल से रैली निकाली। चुनरी यात्रा महामाया मंदिर पहुंची, जहां NHM कार्यकर्ताओं ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए पूजा की और दीप प्रज्जवलित किया। दीप से महामाया मंदिर प्रांगण में ‘NHM’ और ‘नियमितीकरण’ लिखा।
सरगुजा में आंदोलन में शामिल करीब 500 से अधिक NHM कर्मचारियों ने सोमवार को ही सरगुजा CMHO डॉ. जेके रेलवानी को अपना सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया था। NHM कार्यकर्ताओं ने रोटियां लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे NHM कर्मचारियों ने रोटी के साथ सम्मान मांगते हुए प्रदर्शन किया।
मांगें पूरी होने पर ही समाप्त करेंगे आंदोलन
सरगुजा में मेडिकल कॉलेज सहित CHC और PHV में स्वास्थ्य सेवाएं NHM के डॉक्टर, नर्स और टेक्नीशियनों के भरोसे हैं। NHM कर्मियों के हड़ताल में चले जाने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हुई हैं। CHO संघ की जिलाध्यक्ष योगिता ठाकुर ने कहा कि सरकार ने अब तक हमारी मांगें नहीं सुनी है। सरकार ने कुछ भी लिखित में नहीं दिया है। जिन पांच मांगों को पूरा करने और समिति बनाने की बात कर रहे हैं, वे लिखित में दें। मांगें मानें जाने के बाद ही NHM कर्मी सेवा में लौटेंगे।