छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक सरकारी कर्मचारी (कानूनगो) शराब पीकर तहसील कार्यालय पहुंचा

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक सरकारी कर्मचारी (कानूनगो) शराब पीकर तहसील कार्यालय पहुंचा। किसी तरह वह दफ्तर के अंदर तो पहुंचा गया, लेकिन नशे में जमीन पर ही गिर गया। वह बात करने के भी हालत में नहीं था। जिसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में कलेक्टर ने कर्मचारी को निलंबित कर दिया है।

मामला रामानुजगंज तहसील कार्यालय का है। मिली जानकारी के मुताबिक, कर्मचारी का नाम प्रवीण लकड़ा (36) है, जो कि तहसील कार्यालय में कानूनगो के पद पर पदस्थ है। वह बलरामपुर के वन विभाग के क्वार्टर में रहता है। दो महीने पहले उसका बलरामपुर तहसील कार्यालय से ट्रांसफर हुआ था।

अक्सर शराब पीकर आता है दफ्तर

कर्मचारियों ने बताया कि वह अक्सर शराब पीकर दफ्तर आता है। शुक्रवार दोपहर को भी कानूनगो प्रवीण लकड़ा शराब पीकर कार्यालय पहुंचा। किसी तरह वह अपने बाइक से उतरा और लड़खड़ाते हुए परिसर में एंट्री की। थोड़ी दूर चलने के बाद वह गिर गया।

तहसीलदार ने भिजवाया अस्पताल

मौके पर मौजूद लोगों उसे उठाकर एक कमरे में ले गए। जब इसकी जानकारी तहसीलदार मनोज पैकरा को मिली, तो उन्होंने उसे पास के सरकारी अस्पताल में भिजवाया। साथ ही उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी दी।

कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश

पूर्व जनपद उपाध्यक्ष बीडी लाल गुप्ता ने बताया कि कानूनगो नशे में इतना धुत थे कि वे चल भी नहीं पा रहा था। वहीं, कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के तहत कार्रवाई करते हुए कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया है।

निलंबन अवधि के दौरान कर्मचारी का मुख्यालय जिला निर्वाचन कार्यालय (स्थानीय) बलरामपुर होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी कार्यालयों में अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी

जानिए क्या होता है कानूनगो?

कानूनगो राजस्व विभाग का एक क्षेत्रीय अधिकारी होता है, जो पटवारी या लेखपाल की ओर से तैयार किए गए भूमि और लगान संबंधी कागजातों की जांच करता है। वह पटवारी और तहसीलदार/नायब तहसीलदार के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करता है।

एक पर्यवेक्षक की भूमिका निभाता है। साथ ही और पटवारी के कार्यों का निरीक्षण करता है। कानूनगो को राजस्व निरीक्षक या रेवन्यू इंस्पेक्टर भी कहा जाता है और वह भूमि के कागजातों का संरक्षक भी होता है।