यहां नवीन कैंप स्थापित होने से क्षेत्र में माओवादियों के अंतरराज्यीय गतिविधियों पर अंकुश लगेगा और नक्सल विरोधी अभियान संचालन में तेजी आएगी। आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को विकासात्मक कार्य और मूलभूत सुविधा जैसे सड़क, पुल-पुलिया निर्माण, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधा, पीडीएस दुकान, अच्छी शिक्षा, मोबाइल कनेक्टिविटी का विस्तार मिलेगा।
डेढ़ साल में खुले 15 नवीन कैंप
सुकमा जिले में ही पिछले करीब डेढ़ साल में अंदरूनी इलाकों में सुरक्षाबलों के कुल 15 नए कैंप खुले हैं। जहां कभी नक्सलियों का डेरा था अब उस इलाके में जवानों ने अपनी पकड़ मजबूत की है। टेकलगुड़ेम, पूवर्ती मुकराजकोंडा, दुलेड़, पुलनपाड़, लखापाल, तुमालपाड़, रायगुडे़म, गोलाकोंडा, गोमगुड़ा, मेटागुड़ेम , उसकावाया नुलकातोंग, तुमालभट्टी वीरागंगलेर में कैंप खुला है।