दुर्ग जिले में 25 लाख का हेरोइन पकड़ाया है। घटना 10 सितंबर की है। जब मुखबिर की सूचना पर धमधा रोड स्थित सब्जी मंडी के पास पुलिस ने एक कार की तलाशी ली। उसमें 7 तस्कर 246 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) छिपाकर ले जा रहे थे।
मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने हेरोइन जब्त कर 6 तस्कर को पकड़ा। जबकि 1 मुख्य आरोपी फरार हो गया था। जिसे पुलिस ने 18 सितंबर को गिरफ्तार किया है। एसीसीयू और मोहन नगर थाना की संयुक्त टीम ने दुर्ग रेलवे स्टेशन के पास घेराबंदी कर उसे दबोचा।
लाल रंग के बैग में छिपाया था
दुर्ग पुलिस प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि इस मामले की शुरुआत 10 सितंबर को हुई थी। क्षेत्र में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने धमधा रोड स्थित सब्जी मंडी के पास कार (सीजी 07 सीएस 7776) को रोककर तलाशी ली थी।
कार से 246 ग्राम हेरोइन, 1.25 लाख रुपए नकद और एक लाल रंग का बैग बरामद किया गया था। जब्त नशे और अन्य सामान की कुल कीमत लगभग 31.25 लाख रुपए आंकी गई थी। जब्त हेरोइन की कीमत 25 लाख आंकी गई है।
पुलिस ने 6 आरोपियों को पकड़ा
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 6 आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, गिरोह का सरगना गुरजीत सिंह उर्फ रुड पूछताछ के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। उसके खिलाफ मोहन नगर थाने में एक अलग मामला दर्ज कर तलाश शुरू की गई थी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आदित्य नगर, दुर्ग निवासी गुरजीत सिंह के खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। हेरोइन तस्करी में पकड़े जाने के बाद उसका फरार होना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया था।
आखिरकार गुरुवार को उसे दुर्ग स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 25 लाख
जांच में यह भी सामने आया है कि पकड़े गए गिरोह का नेटवर्क पंजाब और दिल्ली से जुड़ा हुआ था। चिट्टा की सप्लाई इन्हीं राज्यों से छत्तीसगढ़ लाई जा रही थी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में जब्त हेरोइन की कीमत लगभग 25 लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह लंबे समय से जिले में हेरोइन की सप्लाई कर रहा था।
युवाओं को बना रहे निशाना
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दुर्ग और भिलाई में नशे की खपत तेजी से बढ़ रही है। खासकर युवाओं को यह गिरोह टारगेट कर रहा था। साल 2023 और 2024 में भी पुलिस ने कई बार गांजा और हेरोइन की बड़ी खेप पकड़ी थी।