रायपुर में एक महिला को डिजिटल अरेस्ट कर 2.83 करोड़ रुपए वसूल कर लिए गए हैं। ठग ने खुद को दिल्ली पुलिस का अफसर बताया। फिर उसने महिला को जबरन मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसा देने की धमकी दी। महिला धमकी से डर गई। फिर उसने महिला से 2 महीने के भीतर कई किस्तों में रुपए ट्रांसफर करवा लिए। यह पूरा मामला विधानसभा थाना इलाके का है।
नीलम (बदला हुआ नाम) ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई। जिसमें बताया कि वह आमासिवनी विधानसभा इलाके में रहती है। 21 मई की सुबह 11 बजे वह घर पर थी। तभी उनके नंबर पर फोन आया। सामने वाले ने खुद को एसबीआई कस्टमर केयर बताया और कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड का अमाउंट बचा हुआ है उसे पेमेंट कर दीजिएगा। इसके बाद सामने वाले ने कहा कि उनका कॉल दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर रहे हैं।
वर्दी में बैठा हुआ दिखा ठग
करीब 15 मिनट बाद महिला के पास व्हाट्सऐप पर वीडियो कॉल आया। जिसमें दिल्ली साइबर विंग लिखा हुआ था। सामने एक युवक पुलिस की वर्दी पहने बैठा था, उसने खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताया। हालांकि फिर उसका कैमरा ऑफ हो गया। फिर उसने महिला के दूसरे फोन नंबर में वॉइस कॉल किया। जबकि पहले नंबर में महिला वीडियो कॉल से जुड़ी हुई थी। ठग महिला से प्रॉपर्टी और घर परिवार की पर्सनल जानकारी मांगने लगा।
मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की दी धमकी
ठग ने महिला से कहा कि उसके आधार कार्ड से कई बैंक अकाउंट खुले हैं, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। उसने महिला को झांसे में लेते हुए कहा कि आपको कुछ पैसे आरटीजीएस (RTGS) के जरिए ट्रांसफर करने होंगे, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक से वेरीफाई करवा कर रकम वापस कर दी जाएगी। महिला ठग की बातों में आ गई और डर के मारे उसके कहे अनुसार काम करने लगी।
महिला ने 23 मई को अपने मोवा स्थित बैंक से ठग के बताए अकाउंट में 6 लाख 15 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ठगों ने जून और जुलाई में भी महिला को जान से मारने और फर्जी मामलों में फंसाने जैसे धमकी देकर कई बार पैसे ट्रांसफर करवा लिए।