सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन सभी आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने मौके से चारों गौवंशों को सुरक्षित मुक्त कराया और तस्करी में प्रयुक्त स्कॉर्पियो वाहन को जब्त कर लिया।
फरार आरोपियों को तब से ढूंढ रही थी पुलिस
इस घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ थाना नारायणपुर में छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 के तहत अपराध दर्ज किया गया था।
फरार आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तकनीकी जांच, मुखबिर तंत्र और स्कॉर्पियो के नंबर व चेचिस विवरण के आधार पर सुराग जुटाए। जांच में सामने आया कि इस पूरे प्रकरण में कुख्यात गौ तस्कर इमरान खान भी शामिल था। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर पकड़ा
लगातार दबिश के बाद पुलिस को जानकारी मिली कि इमरान खान साईं टांगर टोली, लोदाम में छिपा हुआ है। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में इमरान खान ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि वह अपने साथियों के साथ सूरजपुर नवापारा से चार गौवंश खरीदकर झारखंड ले जा रहा था।
रास्ते में स्कॉर्पियो खराब हो गई और पुलिस को आता देख वे सभी फरार हो गए थे। उसकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों की भी पहचान कर ली गई है, जिनकी तलाश जारी है।