छग पंचायत संचालनालय व जिला कलेक्टर के आदेश की अवहेलना

Chhattisgarh Crimes Chhattisgarh Crimes Chhattisgarh Crimesशिखा दास

छग क्राईम्स महासमुन्द/पिथौरा

*क्या महात्मा गांधी शास्त्री पंचायत संचालनालय से भी ऊपर है डोंगरीपाली सरपंच*

 

* डोगरी पाली मे

2अकटूबर को सरपंच द्वारा पंचायत में तालाबन्दी 💥

💥महात्मा गांधी शास्त्री जयंती

ना ग्राम सभा हुई

पंचगण ग्रामीण आक्रोशित *

 

..छत्तीसगढ़ में, पंचायत संचालनालय और विभिन्न जिलों के कलेक्टरों द्वारा 2 अक्टूबर 2025 से ग्राम सभाओं के आयोजन का आदेश जारी किया गया है। यह आदेश छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 की शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी किया गया है, जिसमें सभी ग्राम पंचायतों और उनओर आश्रित ग्रामों में ग्राम सभाएं आयोजित करने का निर्देश है।

 

💥छत्तीसगढ़ पंचायत संचालनालय और विभिन्न जिलों के कलेक्टरों द्वारा

: 2 अक्टूबर 2025 से ग्राम सभाओं के आयोजन के लिए आदेश जारी किए गए हैं।

💥: छत्तीसगढ़ की सभी ग्राम पंचायतों और उनके आश्रित ग्रामों के लिए।

 

 

छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 की प्रदत्त शक्तियों के तहत।

 

उद्देश्य

 

💥ग्राम सभाओं के माध्यम से योजनाओं की प्रगति, आय-व्यय और मनरेगा कार्यों की समीक्षा की जाएगी।

संक्षेप में, यह आदेश छत्तीसगढ़ में सुशासन और जनभागीदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक ग्राम स्तर पर ग्राम सभाओं के नियमित आयोजन सुनिश्चित करता है।

 

 

*गांधी जयंती पर ग्राम सभा स्थगित: ग्रामीणों ने जताया विरोध, सरपंच पर उठे सवाल*

 

महात्मा गांधी जी शास्त्री जी की जयंती पर ग्राम पंचायत भवन डोंगरीपाली में आयोजित होने वाली ग्राम सभा अचानक स्थगित कर दी गई।

 

सरपंच श्रीमती किरण दुलीकेशन साहू द्वारा बिना किसी कारण बताए इस बैठक को रद्द कर दिया गया, जिससे पंचों और ग्रामीणों में नाराज़गी फैल गई।

 

जानकारी के अनुसार, दो दिन पूर्व ग्रामवासियों को मुनियादी के माध्यम से सूचना दी गई थी कि 2 अक्टूबर को पंचायत भवन में ग्राम सभा आयोजित होगी और सभी की उपस्थिति अनिवार्य है।

 

लेकिन जब ग्रामीण व पंच सदस्य निर्धारित समय पर पहुंचे तो पंचायत भवन बंद मिला और ताला जड़ा हुआ था।

 

ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच ने बिना किसी पंच या ग्रामीण को सूचित किए ग्राम सभा स्थगित कर दी।

 

 

उन्होंने कहा कि यदि किसी कारणवश सरपंच उपस्थित नहीं हो पातीं तो भी पंचायत भवन को ताला लगाना और बैठक को बिना सूचना रद्द करना अनुचित है।

 

ग्रामीणों ने इसे न केवल पंचों और गांव वालों का अपमान बताया बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी शास्त्री जी की जयंती पर आयोजित सभा को निरस्त करना भी गंभीर बताया।

 

इस दौरान पंच गण खिरोद पटेल, अमितेष बरिहा, लक्ष्मी लाल यादव, श्रीमती चम्पोलता यादव, मीरा बाई सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण—एम.डी. सागर, सोनाराम पटेल, गंगाधर बरिहा, सीताराम साहू, चंपत यादव, गोविंद भोई, वेणुधर पटेल, भुवनेश्वर मलिक, युधिष्ठिर, प्रदीप यादव आदि मौजूद रहे और सभी ने मिलकर सरपंच के इस कदम का विरोध दर्ज कराया।