जानकारी के मुताबिक, शनिवार को सौहार गांव के कुछ लोग लांजित बाजार आए थे और बाजार से सामान लेकर शाम को वापस लौट रहे थे। दोनों गांव के बीच महान नदी पड़ता है। पुल नहीं होने के कारण ग्रामीणों को नाव का सहारा लेना पड़ता है। ऐसे में उफनती नदी को पार करने के लिए नाव पर महिलाएं और बच्चे सामान के साथ सवार हुए।
जैसे ही नाव नदी के बीचोंबीच पहुंची, पानी के बहाव के कारण एक नाव की दिशा बदल गई और तेजी से बहने लगी। इस दौरान नाव चला रहे ग्रामीण ने दूसरे नाव को पकड़ लिया। ऐसे में दोनों नाव पानी के तेज बहाव में बहने लगी। इस दौरान एक नाव पलटी गई और महिला और बच्चों को बचाने के लिए दूसरा नाव के ग्रामीण नदी में कूद गया।
उन्होंने कहा कि सौहार के करीब 500 लोग को जान जोखिम में डालकर नाव से उफनती नदी पार करते हैं। स्कूल जाना हो, अस्पताल पहुंचना हो या बाजार। ग्रामीणों को डोंगी से नदी पार करनी पड़ती है। शनिवार को भी ग्रामीण डोंगी से नदी पार कर बाजार पहुंचे थे। बारिश में यह समस्या बढ़ जाती है।
पुल की स्वीकृति, जल्द होगा निर्माण
ओड़गी ब्लॉक के भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेश तिवारी ने बताया कि सौहार और लांजित के बीच महान नदी पर पुल की स्वीकृति हो गई है। यह सालों पुरानी मांग थी। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने पुल निर्माण के लिए पहल की है। जल्द ही टेंडर भी लग जाएगा। लांजित और सौहार के बीच पुल बन जाने से बड़ी आबादी को फायदा होगा। सौहार गांव दूसरी ओर से चेंद्रा और जाज से जुड़ा है। इससे एक बड़ी आबादी आपस में जुड़ जाएगी।