ऐसे में चैतूराम साहू (52 साल) ने अब रोड नहीं बनने तक मौन रहते हुए मरते दम तक भूख हड़ताल कर आंदोलन शुरू किया है। बता दें कि चंद्रशेखरपुर पुल से छाल तक, धूल चौक खेदापाली से नवापारा छाल तक, चंद्रशेखरपुर एडू पुल जो जर्जर हुआ है उसके मरम्मत की मांग की है।
हड़ताल पर बैठने से पहले प्रशासन को दी थी चेतावनी
छाल के रहने वाले चैतूराम 7 अक्टूबर की दोपहर से SECL के गेट के सामने मौन भूख हड़ताल पर हैं। इससे पहले भी जुलाई महीने में वे भूख हड़ताल पर थे।
उनकी यही मांग है कि एडू से छाल-नवापारा तक करीब 8-10 किमी की सड़कों का निर्माण हो जाए। ताकि लोगों की समस्या कम हो। इससे पहले जब उन्होंने आंदोलन किया, तब उस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा रोड निर्माण का आश्वासन दिया गया।
बावजूद इसके अब तक सड़क का जीर्णोंद्वार नहीं हो सका है। ऐसे में 25 सिंतबर को एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर 7 अक्टूबर से मौन भूख हड़ताल की चेतावनी दी गई थी। अब चैतूराम ने रोड नहीं बनने पर मरते दम तक मौन भूख हड़ताल शुरू कर दिया है। उनके साथ गांव के अन्य लोग भी यहां मौजूद हैं और उनका साथ दे रहे हैं।
8-10 KM की सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे
बताया जा रहा है कि तकरीबन 8-10 KM की इस सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हैं और इस वजह से हर दिन लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़क के कारण कई बार एडू डोमनारा से नवापारा स्कूल जाने वाले बच्चों को अपना रास्ता तक बदलना पड़ता है।
इस रोड के निर्माण को लेकर कई बार आंदोलन हुए, लेकिन अब तक सड़क नहीं बन सकी।
कई बार कर चुके आंदोलन
गांव के निर्मल साहू ने बताया कि इस रोड को लेकर कई बार आंदोलन किया जा चुका है। इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अब यह रोड चलने लायक नहीं है। एडू से छाल तक 6 किमी की दूरी को कई बार वृंदावन जोबी-बर्रा से होकर आने पर 15 किमी अधिक लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
भारी वाहनों से खराब हुआ रोड
OBC महासभा के जिला प्रवक्ता श्रीमंत राव मेश्राम ने बताया कि OBC महासभा के संभाग उपाध्यक्ष रोड नहीं बनने पर मरते दम तक मौन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। उनके साथ गांव के अन्य लोग भी सहयोग कर रहे हैं। SECL में हर दिन तकरीबन 500 भारी वाहन चलती है और इसी वजह से रोड खराब हुआ है।