छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से यानी सरगुजा संभाग में आज मौसम ड्राई रहेगा, जबकि मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने राजनांदगांव, रायपुर, बालोद, धमतरी, गरियाबंद, नारायणपुर और बीजापुर सहित 13 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और आंधी चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
अगले पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान में किसी विशेष बदलाव की संभावना नहीं है। बीते 24 घंटों की बात करें तो दुर्ग में अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस और पेंड्रा रोड में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, तोकापाल और सुकमा में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
अक्टूबर में अब तक 109% ज्यादा बरसा पानी
इस बार अक्टूबर में अब तक सामान्य से 85% अधिक बारिश दर्ज की गई है। आमतौर पर 16 अक्टूबर तक राज्य में औसतन 42.7 मिमी वर्षा होती है, लेकिन इस बार अब तक 79.1 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है।
10-12 दिन देरी से लौटा मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक, 30 सितंबर तक हुई बारिश को मानसून की बारिश माना जाता है, जबकि इसके बाद की बारिश को ‘पोस्ट मानसून’ यानी मानसून के बाद की बारिश माना जाता है। फिलहाल देशभर से मानसून लौट चुका है।
छत्तीसगढ़ में आमतौर पर 5 अक्टूबर के आसपास सरगुजा की तरफ से मानसून लौटना शुरू होता है, लेकिन इस बार वापसी में देरी हुई। इस बार प्रदेश में मानसून सामान्य से करीब 10-12 दिन देरी से लौटा है।
बलरामपुर में सामान्य से 52% ज्यादा बारिश
प्रदेश में अब तक 1167.4 मिमी औसत बारिश हुई है। बेमेतरा जिले में अब तक 524.5 मिमी पानी बरसा है, जो सामान्य से 50% कम है। अन्य जिलों जैसे बस्तर, राजनांदगांव, रायगढ़ में वर्षा सामान्य के आसपास हुई है। जबकि बलरामपुर में 1520.9 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 52% ज्यादा है। ये आंकड़े 30 सितंबर तक के हैं।