
पूरन मेश्राम/मैनपुर। ग्राम पंचायत घटौद, बेगरपाला और जंगल धवलपुर के सैकड़ों किसानों ने आज 25/10/2025 दिन शनिवार को एकजुट होकर बड़ा फैसला लिया है। पिछले कई वर्षों से लगातार शासन-प्रशासन से नया धान खरीदी केंद्र ग्राम पारागांव डीह में स्थापित करने की मांग की जा रही है, किंतु आज तक इस विषय में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।वर्तमान में किसानों को ग्राम धवलपुर के खरीदी केंद्र में अपनी उपज बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जहाँ जगह की कमी, लंबी कतारें और भेदभाव जैसी समस्याएँ सामने आती हैं। इस स्थिति से त्रस्त होकर अब किसानों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है।किसानों का कहना है कि समिति का प्रस्ताव विधिवत शासन-प्रशासन को कई बार सौंपा जा चुका है, यहां तक कि पिछले माह सितंबर में कलेक्टर जनदर्शन में भी ज्ञापन दिया गया था। उस समय कलेक्टर ने जल्द निर्णय का आश्वासन दिया था, किंतु अब धान खरीदी प्रारंभ होने में मात्र 20 दिन शेष हैं, फिर भी प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की गई है।ऐसे में तीनों पंचायतों के किसानों ने निर्णय लिया है कि यदि अब भी शासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो 28 अक्टूबर को सिकासार (जीरो चैन) मार्ग NH-130 पर महिला, पुरुष और बच्चों सहित हजारों किसान चक्काजाम करेंगे।
इस आंदोलन की समस्त जवाबदेही शासन-प्रशासन की होगी।आज किसानों ने इस निर्णय की औपचारिक सूचना जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम के नेतृत्व में मैनपुर SDOP और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर दी।इस दौरान ग्राम पंचायत घटौद के सरपंच दिनेश नेताम, ग्राम पंचायत जंगल धवलपुर के सरपंच दिनेश ठाकुर, ग्राम पंचायत बेगरपाला के सरपंच मनराखन मरकाम सहित प्रमुख किसान तीजुराम नेताम, सुमेर कपिल, राजकुमार नेताम उपस्थित रहे।जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम ने कहा कि किसानों की यह लड़ाई न्याय और सम्मान की लड़ाई है।
जब तक पारागांव डीह में नया धान खरीदी केंद्र स्वीकृत नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।