
पुलिस आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। वहीं, मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जिसने ने भी घटना को अंजाम दिया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
महतारी की मूर्ति का सिर अलग हुआ
दरअसल, इस मूर्ति की स्थापना छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना ने राम मंदिर तिराहा के पास की है। किसी असामाजिक तत्व ने मूर्ति को दीवार से उखाड़कर तोड़ दिया है और सिर भी अलग हो गया है। इस घटना के बाद से छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के सदस्यों में बड़ा आक्रोश है। वें पुलिस से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। क्रांति सेना और पुलिसकर्मियों के बीच धक्कामुक्की
क्रांति सेना के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने अतिरिक्त बल की मौजूदगी में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के लिए पुलिस गाड़ी में बैठाया गया। इस दौरान क्रांति सेना के नेता और पुलिस कर्मियों के बीच जमकर झड़प हुई। हालांकि, किसी को भी पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है।
असंवेदनशील रवैया दिखा रही पुलिस-छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना
इस घटना को लेकर छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना का कहना है कि पुलिस-प्रशासन और सरकार इस घटना को लेकर असंवेदनशील रवैया दिखा रही हैं। पुलिस इस घटना के पीछे किसी मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति का हाथ बता रही है, जो गलत है। जोहार पार्टी के प्रमुख पार्टी के प्रमुख अमित बघेल का कहना है कि जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक पार्टी प्रदर्शन करेगी।
पुलिस ने दर्ज की FIR
फिलहाल, मौके पर एडिशनल एसपी ग्रामीण कीर्तन राठौर, सिविल लाइन CSP रमाकांत साहू और दो थानेदार समेत दर्जन भर पुलिसकर्मी मौजूद हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में FIR दर्ज कर लिया गया है। आसपास के सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपी की तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।
इस मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा 298 के अंतर्गत केस दर्ज किया है। जिसमें किसी भी व्यक्ति के पूजा स्थल या किसी वर्ग के धर्म का अपमान या पवित्र वस्तु को नुकसान पहुंचाता है तो उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज होता है। इस धारा में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ एक्शन होता है।