दुर्ग जिले के भिलाई में एक युवती से साइबर ठगी हुई

Chhattisgarh Crimesदुर्ग जिले के भिलाई में एक युवती से साइबर ठगी हुई है। युवती ने मोबाइल पर लोन के लिए आवेदन किया जिसके बाद उसे बांग्लादेश के नंबर से व्हाट्सऐप कॉल कर ठग लोन की किस्त भरने के नाम पर ब्लैकमेल करने लगे। मामला जामुल थाना क्षेत्र का है।

आरोपी ने युवती को उसकी फोटो एडिट कर आपत्तिजनक बनाकर वायरल करने की धमकी दी और इससे डरी युवती ने 6 हजार रुपए भेज दिए। मामले की शिकायत पर पुलिस ने साइबर एक्ट की अलग-अलग धाराओं में अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।

सोशल मीडिया पर देखा था विज्ञापन

जानकारी के मुताबिक, युवती ने इंटरनेट पर विज्ञापन देखकर एक लोन ऐप डाउनलोड किया था। ऐप डाउनलोड करने के दौरान कई तरह के एक्सेस एप मांगता है। इसमें उसके मोबाइल का सारा एक्सेस ठगों के पास चला गया। ऐप के जरिए युवती ने लोन के लिए अपनी सारी जानकारी और दस्तावेज अपलोड कर दिए।

इसके बाद कुछ समय तक लोन की कोई रकम नहीं आई, लेकिन कुछ दिनों बाद उसे व्हाट्सऐप पर एक अनजान नंबर से कॉल आने लगी। कॉल करने वाला खुद को लोन कंपनी का प्रतिनिधि बताकर किश्त जमा करने का दबाव डालने लगा।

लोन की राशि भी नहीं मिली, ब्लैकमेलिंग शुरू

युवती ने पुलिस को बताया कि उसे लोन की राशि मिली ही नहीं है, उसके बाद भी आरोपी लगातार फोटो को एडिट कर वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहे हैं और लगातार किश्त की मांग कर रहे हैं। युवती को आरोपी ने उसकी फोटो को एडिट कर आपत्तिजनक रूप में तैयार किया और व्हाट्सऐप पर भेज दिया।

ठग ने धमकी दी कि यदि उसने तुरंत भुगतान नहीं किया तो उसकी एडिट की गई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। धमकियों से डरकर युवती ने ठग के बताए अनुसार 6 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए।

लगातार करने लगा पैसों की मांग

एक बार पैसे भेजने के बाद आरोपी लगातार पैसे की मांग करने लगा। पीड़िता को ठगी का एहसास हुआ और उसने जामुल थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने युवती की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 67, 308(2), 318(4) बीएन एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।

जामुल थाना प्रभारी रामेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत मिलते ही मामला दर्ज कर लिया गया है और इसे साइबर क्राइम सेल को आगे की जांच के लिए भेजा गया है। फिलहाल पुलिस ठग के मोबाइल नंबर और बैंक खाते के विवरण की जांच कर रही है।

ऑनलाइन लोन लेने से बचें

साइबर एक्सपर्ट का मानना है कि मोबाइल या इंटरनेट पर दिखने वाले संदिग्ध लोन ऐप से दूरी बनाए रखें। ऐप इंस्टॉल करवाने के साथ-साथ ये आपके मोबाइल का सारा एक्सेस ले लेते हैं। इसमें फोटो गैलरी, कॉन्टेक्ट और सोशल मीडिया।

ऐसे ऐप्स के जरिए ठग व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर साइबर अपराध को अंजाम देते हैं। किसी भी स्थिति में अपनी निजी फोटो, दस्तावेज या बैंक डिटेल्स अनजान नंबर पर साझा न करें और संदिग्ध कॉल मिलने पर तुरंत स्थानीय थाने या साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं।