
लगभग पांच घंटे चले इस चक्काजाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। ग्राम पंचायत लखनपुर, सुतर्रा, विजयपुर और ढेलवाडीह के ग्रामीण जनपद सदस्य के साथ एकजुट हुए। उन्होंने बताया कि सड़क की स्थिति बेहद खराब है और भारी वाहनों की आवाजाही से यह और बिगड़ती जा रही है।
सड़क की बदहाल स्थिति पर ग्रामीणों की नाराजगी
ग्रामीणों ने इस समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है। उन्होंने कहा कि सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं, जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। एक ग्रामीण महिला ने बताया कि सड़क पर धूल और मिट्टी से राहत के लिए प्रतिदिन दो बार पानी का छिड़काव किया जाना चाहिए। साथ ही भारी वाहनों के आवाजाही पर तत्काल रोक लगाने की मांग भी उठाई गई।
प्रशासन पर लापरवाही के आरोप
ग्रामवासी यदुनंदन जायसवाल ने जानकारी दी कि सूतर्रा से सिंघाली तक लगभग तीन किलोमीटर सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में ग्रामीणों ने कई बार ज्ञापन सौंपे, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जायसवाल ने हाल ही में सड़क की खराब हालत के कारण एक ग्रामीण की मौत का भी जिक्र किया, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।
प्रशासन की हस्तक्षेप से खत्म हुआ पांच घंटे लंबा चक्काजाम
चक्काजाम की सूचना मिलने पर कटघोरा पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। पोड़ी उपरोड़ा के तहसीलदार सुमन मानिकपुरी ने ग्रामीणों से बातचीत की और बताया कि सूतर्रा मार्ग पर भारी वाहनों के कारण लगातार हादसे हो रहे हैं। उन्होंने विभाग की ओर से जल्द ही सड़क मरम्मत कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया। प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश और आश्वासन के बाद लगभग पांच घंटे चला यह चक्काजाम समाप्त हो गया।