
पूरन मेश्राम/मैनपुर।
छत्तीसगढ़ की स्थापना*
*25 वर्ष पूरा होने पर* राज्योंत्सव और रजत जयंती तो सरकार मना रही लेकिन सुदूर वनांचल के गांवो में बसे ग्रामीणों का हालात जस के तस कब होगा बुनियादी मांँग पूरा
छत्तीसगढ़ का स्थापना 25 वर्ष पूरा होने पर सरकार राज्योंत्सव के साथ रजत जयंती मना रही है।
सरकार दावा करती है 25 साल बेमिसाल,,,
यहां के रहवासियों के विकास के लिए सरकार अनेकों कल्याणकारी योजनाओं का संचालन करके दशा और दिशा बदलने में कामयाब रही है।लेकिन वास्तव में अंतिम पंक्ति में खड़े जो लोग हैं वह आज भी सड़क पानी बिजली शिक्षा स्वास्थ्य पुल पुलिया आवागमन सहित बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है।
क्या यही छत्तीसगढ़ का विकास है,,,,,,
हम बात कर रहे हैं गरियाबंद जिला जिसे 14 साल हो गई जिसके अंतर्गत विकासखंड मैनपुर के राजापड़ाव क्षेत्र जहां अड़गडी शोभा गोना भूतबेड़ा कोचेंगा कोकड़ी गरहाडीह गौरगाँव 8 ग्राम पंचायत और लगभग 40 गांव समाहित है। आदिवासी बहुलता होने के बावजूद यहां के रहवासियों को बुनियादी सुविधा दिलाने के लिए सरकार नाकाम रही है। कईयो बार राजापडा़व के क्षेत्रवासियों द्वारा सैद्धांतिक संघर्ष करने के बावजूद सड़क पानी बिजली आवागमन पुल पुलिया स्वास्थ्य शिक्षा जल जंगल जमीन के अधिकार दिलाने संघर्षकारियो को सिर्फ और सिर्फ आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला और
अपने ही हाल में जीने के लिए मजबूर कर दिया है। स्कूली बच्चे झोपड़ी में पढ़ने मजबूर और तो और बच्चों के लिए बनाए जाने वाली भवन बिल्डिंग वर्षो से
आधा अधूरा पड़ा हुआ है।
स्वास्थ्य का हाल भी सबसे ज्यादा खराब है।
यहाँ के लोग उडी़सा राज्य मे जाकर ईलाज कराने मुनासिब समझते है।
लोग प्राइवेट इलाज कराना मजबूरी में भला समझते हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नाम से आज भी क्षेत्रवासियों को ठगा गया है।
लोग कच्ची सड़क मार्गों से कष्ट सहकर के भी आवाजाही करते हैं,, लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी पक्की सड़क निर्माण के प्रस्ताव संबंधित फाईले विभाग के पास अटका हुआ है। बरसात के दिनों में पुल पुलिया के अभाव से नदी नालो के बहते तेज बहाव को आवाजाही करने वाले लोगों के द्वारा निहारते हुए घंटे खड़े होकर पानी कम होने का इंतजार करते हैं।
ब्लॉक मुख्यालय मैनपुर से क्षेत्र कट जाता है।
बारिश मे स्कूली बच्चों सहित किसान मजदूर के काम बंद हो जाता है। लेकिन मामला ठंडा बस्ता में पड़ा हुआ है,,, कहते हैं स्वीकृत है,, टेंडर हो गया है,, काम चालू होगा लेकिन कहांँ पर कैसे,,, बिजली के नाम से 8 ग्राम पंचायत में से 3 ग्राम पंचायत के गांव में विद्युतीकरण वे भी पारा टोला वंचित
पाँच पंचायत के गांँवो मे बिजली के नाम से सौर ऊर्जा मात्र दो-तीन घंटे ही रात्रि में उजाला फिर अंधेरी रातों से क्षेत्रवासियों को रात गुजारानी पड़ती है।
नल जल पानी टंकी शोपीस बनकर रह गया है।
शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन का हाल तो और खराब है। सामुदायिक वन संसाधन के लिए दावा आज भी खंड स्तर में लंबित है। समाधान की दिशा में कोई काम आज तक नहीं हो सका।
3 तारीख दिन सोमवार को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रामेन डेका विकासखंड मुख्यालय मैनपुर भाठीगढ़ प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थल के दौरे पर पहुंचेंगे
इस दौरान वे आदिवासी कमार भुजिया जनजाति के लिए चलाई जा रही राज्य एवं केंद्र सरकार की योजनाओं की जमीनी स्थिति जानेंगे और परखेंगे कि लाभार्थियों तक योजनाओं का वास्तविक फायदा कितना पहुंँच रहा है।
इस दौरान वे शासन के विभिन्न योजनाओं, विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी देंगे जिनका प्रशासनिक तैयारियां शुरू हो गई है।
महामहिम राज्यपाल के आने के बाद निश्चित तौर से राजापडा़व क्षेत्र के दिशा और दशा बदलेगी ऐसा उम्मीद के साथ एक बार और उम्मीद,,, राजापड़ाव क्षेत्र वासियों का,,,,
इस संबंध में क्या कहते हैं,, जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम,, राज्यपाल महोदय के दौरे का हम स्वागत करते हैं। पर उन्हें इस हकीकत से भी रूबरू होना चाहिए,, कि विकासखंड मुख्यालय मैनपुर राजापड़ाव क्षेत्र के पारा टोला सहित आठ पंचायत के आश्रित गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। पाँच पंचायत के गाँव पारा टोला मे बिजली नही और ही क्षेत्र मे बेहतर शिक्षा ना स्वास्थ्य व्यवस्था भवन स्वीकृत होकर अधूरे हैं। बच्चे जर्जर स्कूल में पढ़ने मजबूर हैं। डॉक्टर नहीं है अस्पताल बिना भवन के चल रहा है।
सड़के बनी है पर पुल नहीं यह क्षेत्र आज भी विकास की बाट जोह रहा है।
शासन प्रशासन को धरातल की सच्चाई देखकर ठोस पहल करनी चाहिए।
वरिष्ठ समाजसेवी पूरन मेश्राम,,, उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व इलाका के हजारो रहवासियों को आज भी विकास के लिए बांट जोहना पड़ रहा है।
बुनियादी हक अधिकार के लिए क्षेत्र वासियों को संघर्ष करना पडे़ यह कैसी प्रजातांत्रिक व्यवस्था है।
सड़क पानी बिजली स्वास्थ्य शिक्षा आवागमन पुल पुलिया नैसर्गिक अधिकार से हमें वंचित नही किया जाना चाहिए।
जय अंबेडकरवादी युवा संगठन के अध्यक्ष,,,पतंग मरकाम,, मूलभूत आवश्यक सुविधाओं के अभाव मे राजापड़ाव क्षेत्र वासियों का जीना दूभर हो गया है। हम लोगों को इससे वंचित नहीं किया जाना चाहिए,,
लगता है शासन प्रशासन क्षेत्र वासियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।