बिलासपुर गोलीकांड में पुलिस अब तक यह नहीं पता कर पाई है कि, वारदात को अंजाम देने वाले हमलावरों को 5 देशी पिस्टल, दो कट्टा और कारतूस कहां से मिले। इस केस में पुलिस अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
इस दौरान मास्टरमाइंड समेत चार आरोपियों को रिमांड पर लेकर पांच दिनों तक पूछताछ की गई। फिर भी हथियार सप्लायरों का कोई सुराग नहीं मिल सका है। पुलिस का दावा है कि, इस केस में फरार आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले का खुलासा हो सकेगा।
मस्तूरी में हमलावरों ने जिस अंदाज में खुलेआम वारदात को अंजाम दिया। अगर इस घटना में प्रोफेशनल शूटर्स शामिल होते तो जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह सहित कई लोगों की जान को खतरा हो सकता था। हमलावरों ने करीब से दनादन गोलियां बरसाई।
जिससे लोग दहशत में आ गए। इस घटना से हरकत में आई पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उनके पास से पिस्टल-कट्टा सहित हथियार भी बरामद किया है। वहीं, पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
पांच दिन तक पुलिस रिमांड पर रहे आरोपी फिर भी नहीं मिला सुराग
पुलिस ने इस हमले को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड निष्कासित कांग्रेस नेता विश्वजीत अनंत को बताया है। इसके साथ ही वारदात में उसका भाई अरमान उर्फ बलमजीत अनंत और चाहत उर्फ विक्रमजीत अनंत और मोहम्मद मतीन उर्फ मोन्टू समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें नाबालिग आरोपी भी शामिल था।
इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद विश्वजीत, बलमजीत, विक्रमजीत और मो. मतीन को पूछताछ के लिए पांच दिन के लिए रिमांड पर लिया गया। इस दौरान पुलिस ने इन आरोपियों से हथियार सप्लायरों के संबंध में पूछताछ की।
लेकिन, हमलावर उन्हें गोलमोल जानकारी देकर गुमराह करते रहे। ऐसे में भी पुलिस ने अब इन आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। लेकिन, अब तक हथियार सप्लायरों की जानकारी नहीं जुटा पाई है।
अब तक चार पिस्टल, दो कट्टा और कारतूस बरामद
पुलिस ने इन आरोपियों से पूर्व में दो देशी पिस्टल, एक कट्टा बरामद किया था। जिसके बाद पुलिस रिमांड में पूछताछ के दौरान अरमान उर्फ बलमजीत अनंत और चाहत उर्फ विक्रमजीत से एक देशी पिस्टल और देशी कट्टा के साथ ही जिंदा कारतूस बरामद किया है।
पुलिस का दावा- फरार आरोपियों से मिलेगा हथियार सप्लायरों का सुराग
एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि, गिरफ्तार आरोपियों और कांग्रेस नेता तारकेश्वर पाटले और नागेंद्र राय के साथ करीबी संबंध रहा है। इसी आधार पर पुलिस ने उनसे पूछताछ की और कई महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए। जिसमें कांग्रेस नेता नीतेश की हत्या की साजिश में तारकेश्वर पाटले और नागेंद्र राय के शामिल होने की जानकारी मिली है।
इस घटना के मास्टर माइंड विश्वजीत को नागेंद्र के कहने पर तारकेश्वर पाटले ने शूटर्स को देने के लिए एक लाख रुपए उपलब्ध कराए। उन्होंने बताया कि दोनों अभी फरार हैं। उनके पकड़ में आने के बाद हथियार सप्लायरों की जानकारी मिलने की उम्मीद है।
हमले में दोनों घायलों की अस्पताल से छुट्टी
बता दें कि, मस्तूरी जनपद उपाध्यक्ष नीतेश सिंह के कार्यालय में बीते 28 अक्टूबर की देर शाम नकाबपोश शूटरों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इस फायरिंग के दौरान मौके पर मौजूद मुड़पार के पूर्व सरपंच चंद्रकांत सिंह के हाथ और एक अन्य रिश्तेदार राजकुमार सिंह उर्फ ‘राजू सिंह’ के पैर में दो गोलियां लगीं।
वहीं एक गोली पीठ को छूकर निकल गई। बचाव में जब नीतेश ने अपने लाइसेंसी पिस्टल से रिटर्न फायर किया, तो शूटर भाग निकले। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। इसके बाद घायल चंद्रकांत सिंह (55) और राजू सिंह (45) को अपोलो अस्पताल ले जाया गया। दोनों घायलों की अब अस्पताल से छुट्टी हो गई है।