बिलासपुर में जिला स्तरीय राज्योत्सव के दूसरे दिन की रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हुआ। जिसमें शहर को लोकरंग और संगीत की मिठास में सराबोर कर दिया। लोग पंडवानी-राउत नाच और बॉलीवुड सांग पर झूमते नजर आए।
परंपरा और आधुनिकता के संगम से सजी इस शाम में छत्तीसगढ़ी लोककला, नृत्य और आधुनिक गीतों का अनूठा मिश्रण देखने को मिला। वहीं, प्रसिद्ध गायिका ऐश्वर्या पंडित ने बॉलीवुड सांग गाए। लोक कलाकारों ने अलग-अलग प्रस्तुति दी। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं में विकास की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
रंग-बिरंगे परिधानों में प्रस्तुति
शाम 5 बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में दर्शकों की बड़ी संख्या मौजूद रही। मंच पर जैसे-जैसे कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी, तालियों की गूंज से पूरा पंडाल गूंज उठा। इस दौरान अलग-अलग स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में मंच पर कई प्रस्तुतियां दीं।
देशभक्ति, लोकगीत और सांस्कृतिक थीम पर आधारित नृत्य-गीतों ने वातावरण को भावनाओं से भर दिया। आयोजन में सेजस मंगला, तारबहार, लिंगियाडीह, केपीएस, डीपीएस, लोयला,
पंधी शासकीय विद्यालय, बकरकुदा और संदीपनी स्कूल के बच्चों ने मंच पर अपने हुनर का जलवा बिखेरा। आर्या शर्मा की एकल नृत्य प्रस्तुति को विशेष रूप से सराहा गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा- 25 साल की सांस्कृतिक यात्रा का प्रतीक है राज्योत्सव
मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि राज्योत्सव हमारे गौरवशाली 25 वर्षों की सांस्कृतिक यात्रा का प्रतीक है, जो छत्तीसगढ़ की आत्मा को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि इस आयोजन में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के साथ ही विकास की झलक दिख रही है, जिसे देखकर लगता है कि छत्तीसगढ़ विकसित राज्य की ओर अग्रसर हो रहा है।
पंडवानी की गूंज, लोककथा की आत्मा जीवंत हुई
लोककला की धरोहर के रूप में प्रसिद्ध कलाकार दिनेश गुप्ता ने पंडवानी गायन प्रस्तुत किया। महाभारत के प्रसंगों और छत्तीसगढ़ी बोली की मिठास के संग उनका गायन दर्शकों के मन को छू गया। पारंपरिक वाद्यों और भावपूर्ण अभिनय ने मंच पर लोककला का जीवंत चित्र प्रस्तुत किया।
लोकसंस्कृति के प्रतीक गेंड़ी नृत्य की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। कलाकार अनिल गढ़ेवाल ने अपने संतुलन और ताल की लय से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं वासंती वैष्णव की कत्थक नृत्य प्रस्तुति ने संध्या को और भी गरिमामय बना दिया।
लोक गीतों से गूंजी छत्तीसगढ़ महतारी की जय
प्रख्यात लोकगायिका किरण शर्मा ने छत्तीसगढ़ी लोकधुनों पर गीत प्रस्तुत किए। उनकी सुरीली आवाज़ ने श्रोताओं को गांवों की गलियों, खेत-खार और लोक परंपराओं की याद दिला दी। पूरा माहौल “छत्तीसगढ़ महतारी के जयकारों” से गुंजायमान हो उठा।
अंतिम चरण में प्रसिद्ध गायिका ऐश्वर्या पंडित ने अपने मधुर और ऊर्जावान गीतों से कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। बॉलीवुड की धुनों पर युवाओं ने जमकर तालियां बजाईं और नृत्य किया।