
वहीं दोनों शिक्षकों का मोबाइल चालने का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में शिक्षक दिलीप तिग्गा मोबाइल चलाने के बाद कुर्सी पर सोते नजर आए। शिक्षकों की लापरवाही से पेरेंट्स में नाराजगी है। हेडमास्टर पर संरक्षण का आरोप
इसके बावजूद दोनों शिक्षकों पर अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि हेडमास्टर गणेशराम मिरी के संरक्षण के कारण दोनों शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। पेरेंट्स ने यह भी बताया कि ये शिक्षक आए दिन नेटवर्क मार्केटिंग सेमिनारों और अपने निजी कार्यों के लिए स्कूल टाइमिंग में गैरमौजूद रहते हैं। लापरवाही के कारण निलंबित हो चुके हैं हेडमास्टर
इसके बाद भी हेडमास्टर की ओर से दोनों की उपस्थिति दर्ज कर वेतन बनाना जारी रखा गया है, जिससे ग्रामीणों और पेरेंट्स में आक्रोश है। बताया जा रहा है कि हेडमास्टर गणेशराम मिरी पहले भी कार्य में लापरवाही के चलते निलंबित हो चुके हैं। लेकिन फिर उसी संकुल केंद्र में बहाल कर सेवा ली जा रही है।
हेडमास्टर ने दिया गोलमोल जवाब
मामले में जब गणेशराम मिरी से बात की गई तो उन्होंने किसी भी प्रकार की जानकारी न होने की बात कहकर गोलमोल जवाब दिया। वहीं विकासखंड शिक्षा अधिकारी शिवराम टंडन ने बताया कि स्कूल का निरीक्षण कर जिम्मेदारों पर उचित कार्रवाई की जाएगी और उच्च अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। शिक्षक ने मोबाइल इस्तेमाल को ठहराया सही
वहीं, शिक्षक दिलीप तिग्गा ने मोबाइल के इस्तेमाल को सही ठहराते हुए कहा कि वे “गूगल से जानकारी लेकर बच्चों को पढ़ाने की बात कहते हुए अपने गलतियों का छुपाते नजर आए।