गरियाबंद के गजपल्ला वाटरफॉल में डूबी रायपुर की 19 वर्षीय मेहवीस खान का शव 22 घंटे बाद बरामद किया गया। शव 20 फीट की गहराई में चट्टानों के बीच फंसा हुआ था।
एसडीआरएफ, वन विभाग, नगर सेना, पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की 60 सदस्यीय टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन में हिस्सा लिया। वाटरप्रूफ कैमरे की मदद से शव का पता लगाया गया। कैमरा 10 फीट की गहराई के बाद काम नहीं कर पाया, जिसके बाद अनुभवी गोताखोरों की मदद ली गई।
मधुमक्खियों ने किया था हमला
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। स्थानीय तीन मददगारों को मधुमक्खियों ने काटा, जिससे ऑपरेशन एक घंटे तक बाधित रहा। क्षेत्र में दर्जन भर से अधिक मधुमक्खी के छत्ते मौजूद थे।
पोस्टमार्टम के शव को सौंपा
पांडुका थाना प्रभारी जय प्रकाश नेताम ने बताया कि मामले में मर्ग कायम किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। रायपुर राजापारा से आए परिजन और रिश्तेदार बड़ी संख्या में घटनास्थल पर मौजूद रहे।
चिंगरापगार वाटरफॉल पर प्रतिबंध
घटना के बाद जिला प्रशासन ने चिंगरापगार वाटरफॉल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। डीएफओ लक्ष्मण सिंह ने प्रतिबंध का बोर्ड लगवाया है और प्रवेश स्थानों पर वन विभाग के जवान तैनात किए गए हैं।