
हालांकि रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों ने तुरंत कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। इस पर बिलासपुर रेलवे जोन के CPRO सुष्कर विपुल विलासराव ने बताया कि यह ऑटोमैटिक सिग्नलिंग प्रणाली की सामान्य परिचालन है। ये रूटीन प्रक्रिया है। अफवाहों से बचें। यात्रियों को घबराने की जरूरत नहीं है। रेलवे ने बताया रूटीन प्रक्रिया
वहीं, रेलवे इस घटना को सामान्य और रूटीन बता रहा है। अफसरों का कहना है कि ऑटो सिग्नल प्रणाली में इस तरह से एक रूट पर एक से अधिक गाड़ियां चल सकती है। लेकिन, लालखदान के पास हुए हादसे के बाद यात्री दहशत में आ गए। आगे पीछे से मालगाड़ी देखकर यात्री ट्रेन से उतर गए। दो दिन पहले हुए हादसे में 11 की मौत, 20 घायल
4 नवंबर को बिलासपुर रेलवे स्टेशन के लालखदान-गतौरा के बीच गेवरा रोड मेमू लोकल ट्रेन (68733) ने सामने खड़ी मालगाड़ी को टक्कर मार दी थी। जिसके चलते मेमू ट्रेन का मोटर कोच मालगाड़ी के एक वैगन के ऊपर चढ़ गया। इस हादसे में 11 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लोग घायल हैं।