मामला कोयलीबेड़ा विकासखंड का है। ग्राम पंडरीपानी से गुमड़ीपारा तक कच्चा रास्ता पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इस सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि बाइक और कार भी नहीं चल पाती। इससे पहले जशपुर जिले में प्रसव के बाद मितानिन ने प्रसूता को पीठ पर उठाकर नदी पार करवाया था।
एम्बुलेंस 4 किमी दूर ही खड़ी हो गई
कांकेर की घटना की बात करें तो मंगलवार को 9 महीने की गर्भवती सुनीता कोमरा को दर्द उठा। परिजनों ने महिला को नजदीकी अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को कॉल किया। बदहाल सड़क की वजह से एम्बुलेंस 4 किमी दूर ही खड़ी हो गई। इसी कीचड़ भरे सड़क पर गर्भवती सुनीता कोमरा को पैदल चलना पड़ा।
महिला के साथ पति और परिवार की चार महिलाएं भी पैदल चलीं। परतापुर पहुंचने के बाद एंबुलेंस मिली, जिसके जरिए महिला को पखांजूर सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां महिला का इलाज चल रहा है। अभी उसकी डिलीवरी नहीं हुई है।