बलरामपुर जिले में एक चोरी के आरोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

Chhattisgarh Crimesबलरामपुर जिले में एक चोरी के आरोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। धनंजय ज्वेलर्स में 50 लाख से ज्यादा की चोरी हुई थी। पुलिस ने 8 आरोपियों को हिरासत में लिया। इसके अगले ही दिन इनमें एक आरोपी की जान चली गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई ये युवक ने दम तोड़ दिया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी को थाने में रखा गया था। जहां उसकी हालत बिगड़ गई थी। तड़के सुबह हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मृतक पहले से सिकलसेल बिमारी से पीड़ित था। घटना के बाद परिजनों ने कार्रवाई की मांग की है।सीतापुर क्षेत्र से पकड़ाए थे आरोपी

 

जानकारी के मुताबिक, यह चोरी 30-31 अक्टूबर 2025 की रात हुई थी। पिकअप लेकर पहुंचे चोरों ने दुकान का शटर उठाकर दुकान से सोने-चांदी के ज्वेलरी सहित करीब 3.50 लाख रुपए नगदी की चोरी कर ली थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए SP वैभव बैंकर ने ASP विश्वदीपक त्रिपाठी के नेतृत्व में एक विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया।

 

टीम ने सैकड़ों CCTV फुटेज खंगाले और तकनीकी व स्थानीय सूचना तंत्र की मदद से आरोपियों की पहचान की। मुख्य आरोपी शिव कुमार लांजा राम (18 वर्ष), सूरज सिंह (19 वर्ष), वेद सिंह (21 वर्ष) और सूर्या गिरी (19 वर्ष) को सीतापुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। पुलिस पिटाई में एक आरोपी ने दम तोड़ा

 

पुलिस ने मामले में बतौली थाना क्षेत्र के बैलकोटा निवासी उमेश सिंह को हिरासत में लिया था। कोतवाली थाने में उसे पूछताछ के लिए रखा गया था। आरोप है कि पुलिस पिटाई के बाद उमेश सिंह की हालत बिगड़ गई। उसे सुबह 4.30 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

 

बलरामपुर पुलिस ने दावा किया है कि युवक को सुबह 4.20 बजे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। 4.45 बजे उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार वह सिकलसेल से पीड़ित था। मृतक उमेश सिंह को कई बार ब्लड भी चढ़ा था।

 

थाने में चोरी के आरोपी की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। थाने की सुरक्षा बढ़ा दी है। एक साल पहले थाने में एक महिला की संदिग्ध परिस्थिति में लापता होने के मामले में स्वास्थ्य कर्मी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद लोगों ने थाने में हमला कर दिया था। पुलिस ने किया 50 लाख की चोरी का खुलासा

 

पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की वारदात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि चोरी किए गए जेवरात राजेश अग्रवाल (40 वर्ष), बादल दास (22 वर्ष), अजीत (25 वर्ष) और अंबिकापुर निवासी रोशन सोनी (24 वर्ष), जो स्वर्ण महल ज्वेलर्स के संचालक हैं, को बेचे गए थे।

 

रोशन सोनी ने चोरी किए गए सोने-चांदी को गला कर अंबिकापुर के अन्य ज्वेलर्स को बेच दिया था। पुलिस ने सभी 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी का पूरा माल बरामद कर लिया है।

 

जांच में यह भी सामने आया है कि यही गिरोह 22 अक्टूबर 2025 को सूरजपुर के एक ज्वेलरी शॉप में हुई चोरी में भी शामिल था। इस मामले में एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

 

बलरामपुर पुलिस की इस कार्रवाई में उसकी सतर्कता, तकनीकी दक्षता और टीमवर्क की भूमिका महत्वपूर्ण रही