
शुक्रवार 7 नवंबर को राजीव दास गांव की ओर गया था। वह दोपहर करीब 2 बजे घर लौटा तो दुकान और घर का दरवाजा खुला था। घर में मनबसिया नहीं थी। पूछताछ में पता चला कि वह मायके चली गई है। उसे पड़ोसी पर भी शक था कि वह मनबसिया को उसके खिलाफ भड़काता है।
इससे नाराज होकर राजीव दास 2 किलोमीटर दूर अपने ससुराल पहुंचा और उसे बहला-फुसलाकर घर ले आया। घर वापस आने पर पहले तो राजीव दास ने महिला को कमरे के बाहर डंडे से पीटा। फिर बंद कमरे में उसकी बेरहमी से पिटाई की।
जब मनबसिया बेहोश हो गई तो उसे कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगाकर राजीव भाग गया। जब देर रात तक घर से कोई आवाज नहीं आई तो पड़ोसियों ने 112 डायल को सूचना दी। गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत
मौके पर पहुंची 112 और 108 की टीम ने ताला तोड़कर घर में अंदर प्रवेश किया तो मनबसिया मृत पड़ी थी। आरोपी ने युवती को इतना पीटा था कि गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने दूसरे दिन जब शव का पोस्टमॉर्टम कराया।
डॉक्टरों ने मृत बच्चे को मां के गर्भ से बाहर निकाला। इस मामले में पुलिस ने आरोपी राजीव दास को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था। जिसे कोर्ट से जेल भेज दिया गया है।