छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में 2 पुलिसकर्मी पर युवक से रिश्वत मांगने और शराब तस्करी के झूठे केस में फंसाने का आरोप लगा है। पुलिसकर्मियों ने युवक जेल भेज दिया है। पीड़ित के भाई ने SP प्रफुल्ल ठाकुर से मामले की शिकायत की है। मामला हसौद थाना क्षेत्र का है। शिकायत में बताया कि पुलिसकर्मियों ने 70 लीटर पानी को शराब बताकर एक लाख रुपए की मांग की। पैसे न देने पर उसे जेल भेज दिया। भाई ने दावा किया है कि इस पूरी घटना की ऑडियो रिकॉर्डिंग और पप्पू ढाबे का CCTV फुटेज मौजूद है। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि पॉलिथीन में पानी भरा जा रहा है, शराब नहीं।
जानकारी के मुताबिक पीड़ित युवक का नाम महेंद्र मित्तल है। जो कि ग्राम मल्दा का रहने वाला है। आरोपी हेड कॉन्स्टेबल नंदू साहू और अश्वनी जायसवाल हसौद थाने में पदस्थ है। इस मामले में परिजनों ने SP प्रफुल्ल ठाकुर को आवेदन सौंपकर मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, महेंद्र मित्तल (40) पेशे से राज मिस्त्री है। परिजनों ने बताया कि वह 9 नवंबर को अपने निजी काम से हसौद आया था, तभी हसौद थाने में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल नंदू साहू और अश्वनी जायसवाल ने उसे रोक लिया। जिसके बाद उसे गाड़ी में बैठाकर करीब डेढ़ घंटे तक घुमाते रहे।
इस बीच पुलिसकर्मियों ने उससे 1 लाख रुपए की डिमांड की। जब महेंद्र मित्तल ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो दोनों उसे कैथा के पास स्थित पप्पू ढाबा ले गए। ढाबे पर पुलिसकर्मियों ने एक बोरी और पन्नी मंगवाई।
ढाबे के कर्मचारियों से पन्नी में पानी भरवाकर उसे शराब बताया गया, जिसके बाद महेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस पूरे मामले में 11 नवंबर को परिजन SP दफ्तर पहुंचे। SP को आवेदन देते हुए कार्रवाई मांग की। घटना के बाद ढाबे के CCTV कैमरे बंद कराया
भाई रामभगत मित्तल का कहना है कि महेंद्र पूरी तरह निर्दोष है। उन्होंने दावा किया है कि उनके पास इस पूरी घटना की ऑडियो रिकॉर्डिंग और पप्पू ढाबे का CCTV फुटेज मौजूद है। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि बोरी में पानी भरा जा रहा है, शराब नहीं।
रामभगत ने यह भी बताया कि घटना के बाद ढाबे के CCTV कैमरे को बंद कर दिया गया था। परिजनों का यह भी आरोप है कि हसौद से मल्दा तक लगे कैमरों की जांच में भी कहीं कोई बोरी या शराब से जुड़ा सामान नजर नहीं आया।
पहले भी हेड कॉन्स्टेबल ने मांगे थे पैसे
महेंद्र के भाई ने यह भी कहा कि इससे पहले भी हेड कॉन्स्टेबल नंदू साहू ने पैसे की मांग की थी, जिसकी कॉल रिकॉर्डिंग भी उनके पास है। मामले में ASP हरीश यादव ने बताया कि मामले की शिकायत मिली है, जिसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।