जिले के वनांँचल ईलाकों में ठंड से बचने दहकने लगे अलाव

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ठंड ने बढ़ाई ठिठुरन, वनांचल से लेकर शहरों तक कड़ाके की ठंड

पूरन मेश्राम/मैनपुर।बदलते मौसम के मिजाज के चलते इन दिनो ठंड ने अंचल में अपना जोर दिखाना शुरू कर दिया है। ठंड का असर जिले के शहरी ईलाको सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी दिखाई देने लगा है।नवम्बर माह के शुरूआती दिनों में ठंड के इस तेवर को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि दिसम्बर और जनवरी माह ठंड के लिहाज से लोगों पर भारी पड़ सकता है वनांचल क्षेत्र गौरगांव, भूतबेड़ा,गरहाडीही, झरियाबाहरा,उदन्ती ,शोभा ,गोना ,गरीबा,कोकड़ी, क्षेत्र से निकलकर आई खबर के अनुसार अब इन क्षेत्रों में दांत कड़कड़ाने वाली ठंड का एहसास होने लगा है।

शाम ढलने के बाद लोग अपने-अपने घरों में गद्दा, कंबल ओड़कर दुबकने लगे हैं या फिर युवा वर्ग गर्म कपड़ों के सहारा मे ही बाहर निकल पा रहे हैं। वहीं साधन विहीन वनांचल के बासिंदे अलाव (अगेठा) के सहारे ठंड से निजाद पाने जुट गए हैं। यही स्थिति सुबह के समय भी वनांचलों में देखने को मिल रही है। लगातार बढ़ रही ठंड के कारण वनांचल के लोग सूर्योदय के पूर्व बिस्तर नहीं छोड़ रहे हैं। गौरगांव,अड़गडी,कोकड़ी,शोभा, गरीबा,भूतबेड़ा,गोना, उदन्ती कुल्हाड़ीघाट के लोगों को सूर्योदय के पूर्व बिस्तर छोड़ना हो रहा है मुश्किल बताया कि पिछले चार-पांच दिनों से जबरदस्त ठंड पड़ रही है। स्थिति ये है कि लोगों को शाम ढ़लने के बाद अपने घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है।आलम ये है कि सुबह 9-10 बजे के आसपास सूरज चढ़ने के बाद ही लोगों को ठंड से कुछ हद तक राहत मिल पा रही है।वनांचल क्षेत्रों के अलावा तहसील मुख्यालय मैनपुर तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी ठंड लगातार बढ़ रही है। यहां भी लोग सुबह और शाम गर्म कपड़ों का उपयोग कर रहे है। ठंड बढ़‌ने के बाद युवक-युवतियों को भी रंग बिरंगी जीन्स, लेदर,जैकिट पहनने का मौका मिल गया है। ठंड ने अच्छी ग्राहकी की उम्मीद लगाए बैठे गर्म कपड़ों के दुकानदारों की ग्राहकी भी बढ़ा दी है। लेकिन बढ़ती ठंड के साथ उन लोगों की मुसीबतें बढ़ गई है जो बेघरबार बस स्टैण्ड, तथा यहां वहां घूम फिरकर अपना जीवनयापन करने मजबूर है। बहरहाल ठंड के एहसास ने लोगों को गुदगुदाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा वनांचल क्षेत्रो में सुबह से ही हर रोज बाहरी राज्यों के लोगों के द्वारा मोटर साइकिलों में गर्म कपड़ों को गांव-गांव ये कहकर घूमाते हुए नजर आते हैं,,,,अभी उधारी में ले जाओ महुआ बीन कर मार्च मे उधारी पटाने की बात करते हुए लाखों रूपों का बिजनेस क्षेत्र में करते हैं।ऐसे लोगों के ऊपर भी संबंधित विभाग को निगरानी रखना जरूरी है।