मूलभूत समस्याओ व मांगों को लेकर राजधानी तक पदयात्रा मे निकले विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के सैकड़ो लोगो को शासन प्रशासन द्वारा रास्ते मे रोका गया

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पूरन मेश्राम/मैनपुर।

मैनपुर विकासखंड के विशेष पिछड़ी आदिवासी कमार जनजाति के सैकड़ो ग्रामीण अपने मांगों को लेकर राजधानी रायपुर तक पदयात्रा पर निकले हुए थे कि शासन प्रशासन द्वारा पदयात्रियों को बीच रास्ते मे ही रोक दिया गया है। कमार, भुंजिया समुदाय के मुलभुत समस्याओं को लेकर जैसे वन अधिकार पट्टा पढ़ें लिखे बेरोजगार युवाओं को सीधी भर्ती एवं पुल पुलिया निर्माण, बिजली, सड़क, पानी, उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व क्षेत्र जनसमुदाय के वन एवं वन्य प्राणी नितियों एवं स्कूल अस्पताल शिक्षक, अन्य मामलों को लेकर कमार भुंजिया जनजाति समुदाय के महिला पुरुष सैकड़ो की संख्या मे मैनपुर से पैदल चलकर जिला गरियाबंद से कचना धुरवा तक पहुंचे थे और रात रुके थे कि जिला प्रशासन कलेक्टर बी.एस. उईके द्वारा मान मनौव्वल किये जाने के बाद पदयात्री माने और इस आंदोलन को समाप्त करवाया गया। ज्ञात हो कि सोमवार को बड़ी संख्या में कमार जनजाति के लोग नारेबाजी करते हुए रायपुर के तरफ निकले हुए थे कि उन्हे कचना धुरवा मंदिर के पास शासन प्रशासन द्वारा रोक लिया गया एवं राज्यपाल से मुलाकात करने की जिद पर अड़े कमार समाज के चार सदस्यीय दल को मिलने आश्वासन दिया गया है। इस दौरान पदयात्रा मे प्रमुख रूप से कमार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनसिह सोरी, संरक्षक भुंजिया समाज टीकम नागवंशी, श्रीमती देवकी तीरधारी, अर्जुन लाल सोरी, सदस्य कमार समाज व अन्य लोग दिनांक 13 नवंबर को राज भवन पहुंँचकर महामहीम राज्यपाल से मुलाकात करेंगें एवं समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपेंगें। इस दौरान कमार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनसिह सोरी, संरक्षक भुंजिया समाज टीकम नागवंशी ने बताया कि कमार समाज के प्रतिनिधियों द्वारा महामहिम राज्यपाल से सौजन्य मुलाकात किये जाने की हामी पर पदयात्रा समाप्त किया गया है क्षेत्र की समस्याओं को कल हम महामहिम के समक्ष रखेंगें।